सूचनाः दिव्यांगजनों को योजनाओं का लाभ देने के लिए 10अक्टूबर से लगाए जाएंगे शिविर
दिव्यांगजन योजनाओं का लाभ लेने के लिए इस शिविर में आकर अपनी दिक्कतों को दूर कर सकते हैं
नोएडा। दिव्यांगजनों की विभिन्न योजनाओं का लाभ देने के लिए जिले में शिविर 10 अक्टूबर से आयोजित किए जाएंगे। यह शिविर 18 अक्टूबर तक चलेगा। गौतमबुद्ध नगर जिले के दिव्यांगजनों को दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग चलाई जा रही विभिन्न लाभपरक योजनाओं का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से जिले में 10 से 18 अक्टूबर तक शिविर आयोजित किए जाएंगे।
इन योजनाओं में अपना प्रमाणीकरण करा सकते हैं
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने दिव्यांगजनों कहा है कि वे दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा चलाई जा रही लाभार्थीपरक योजनाओं जैसे निःशुल्क कृत्रिम अंग, सहायक उपकरण योजना, दिव्यांग पेंशन योजना, कुष्ठावस्था पेंशन योजना, दिव्यांगजन शादी-विवाह प्रोत्साहन पुरस्कार योजना, दिव्यांग शल्य चिकित्सा योजना आदि योजनाओं के लिए लाभार्थियों का चिन्हांकन करने एवं सभी दिव्यांगजनों के यूडीआईडी पंजीकरण तथा दिव्यांग पेंशन प्राप्त कर रहे दिव्यांगजनों के आधार ऑथेंटिकेशन किए जाएंगे।
यहां लगाए जाएंगे शिविर
उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय बिसेहडा ब्लॉक बिसरख, 12 अक्टूबर को ब्लॉक जेवर, 14 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय कलौंदा ब्लॉक दादरी, 17 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय बादलपुर ब्लॉक बिसरख तथा 18 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय चिटहैरा ब्लॉक दादरी में पूर्वाह्न 11 बजे से शाम चार बजे तक शिविर लगाए जाएंगे।
ये लाने होंगे प्रपत्र
उन्होंने बताया कि इच्छुक पात्र दिव्यांगजन उपरोक्त योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अपने साथ दो फोटो, अपना आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र (ग्रामीण क्षेत्र के लिए 46 हजार 80 एवं शहरी क्षेत्र के लिए 56 हजार 460) गरीबी रेखा के नीचे की हो (आय प्रमाण पत्र सांसद, विधायक, महापौर, पार्षद, नगर पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष, तहसीलदार, खंड विकास अधिकारी या ग्राम प्रधान का मान्य होगा) तथा दिव्यांग का प्रमाण पत्र लेकर आयोजित होने वाले शिविर में उपस्थित होकर शिविर का लाभ उठा सकते हैं।
चिन्हांकन के लिए अधिकारियों को निर्देश
जिलाधिकारी ने आयोजित होने वाले शिविर को सफल बनाने के उद्देश्य से खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आयोजित होने वाले शिविर में अधिक से अधिक दिव्यांगजनों के चिन्हांकन हो सके, इसके लिए वे अपने स्तर से व्यापक प्रचार-प्रसार कराएं और शिविर की जानकारी दिव्यांगजनों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें।