पुरस्कारः अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश करने वाली टीम को मिलेगे 25 हजार रुपये इनाम
किसने की इनामी राशि की घोषणा, कितने वाहन शातिर चोरों के पास से हुए बरामद
नोएडा। शातिर अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह के पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर 18 मोटर साइकिलें और स्कूटी बरामद करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रूपये इनाम मिलेगे। यह इनामी राशि देने की घोषणा नोएडा के पुलिस उपायुक्त ने की है।
क्या है मामला
बुधवार को गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-39 नोएडा की पुलिस ने अन्तर्राज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश कर हुए दादरी रोड पर सेक्टर-43 नोएडा विकास प्राधिकरण के जंगल के रोड की ओर बने गेट के पास से पांच अन्तर्राज्यीय कथित शातिर वाहन चोर गिरोह के बदमाशों का गिरफ्तार किया है।
कौन हैं गिरोह के बदमाश
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए कथित शातिर चोरों की पहचान गोलू जोशी निवासी श्रीपाल चौहान का मकान, ग्राम सदरपुर, सेक्टर-45, थाना सेक्टर-39, गौतमबुद्धनगर मूल निवासी गरूड़, थाना बागेश्वर, जिला बागेश्वर, उत्तराखंड, दूसरे विक्की निवासी सतीश चौहान का मकान, ग्राम सदरपुर, सेक्टर-45, थाना सेक्टर-39, गौतमबुद्धनगर मूल निवासी ग्राम बान मऊ, थाना बेला, जिला औरैया, तीसरे डेविड उर्फ रवि निवासी अनुज चौहान का मकान, केनरा बैंक के पीछे, ग्राम सदरपुर, थाना सेक्टर-39, गौतमबुद्धनगर मूल निवासी ग्राम सिकेडा, थाना जानी, मेरठ, चौथे प्रशान्त निवासी गली नंबर-4, गढी चौखणडी, सेक्टर-68, नोएडा, थाना फेस-3, गौतमबुद्धनगर मूल निवासी मोहल्ला तकिया वाला, कस्बा बुगरासी, थाना नरसैना, जिला बुलन्दशहर और पांचवे रिन्कू निवासी नौराज चौहान का मकान, ग्राम छलैरा, सेक्टर-44, थाना सेक्टर-39, गौतमबुद्धनगर मूल निवासी कस्बा बुगरासी, थाना नरसैना, जिला बुलन्दशहर के रूप में की है।
क्या हुआ आरोपियों के पास से बरामद
पकड़े गए पांचों कथित शातिर वाहन चोरों के पास से तीन तमंचे, 6 कारतूस बरामद हुए हैं। यही नहीं इनकी निशानदेही पर विभिन्न् स्थानों से चोरी की गई 18 मोटर साइकिले और स्कूटी भी बरामद की गई हैं। इनमें से 12 मोटर साइकिलों के चोरी के मुकदमें विभिन्न थानों में दर्ज हैं। शेष बरामद वाहनों की चोरी के मामले की जांच पुलिस कर रही है।
पूछताछ में क्या बताया आरोपियों ने
पुलिस को पूछताछ में कथित शातिर चोरों ने बताया कि उनका एक साथी प्रशान्त मिल्क बॉस्केट कम्पनी सेक्टर-62 नोएडा में सुपरवाइजर है। वह अपने साथी के साथ मिलकर दिल्ली, नोएडा के आसपास एनसीआर क्षेत्र में मोटरसाइकिल, स्कूटी को चुरा लेते थे। उन्होंने पुलिस को यह भी बताया कि उनका एक गिरोह है। इस गिरोह के सदस्य अपने परिवार के साथ नोएडा में ही रहते हैं। यह गिरोह ग्राम छलैरा में किराये का एक कमरा लिया हुआ है। उसमें ये लोग इकठ्ठा होकर चोरी की साजिश रचते हैं। रात और दिन में उन स्थानों पर जहां सुनसान स्थानों पर दो पहिया वाहन खड़े रहते हैं, उनके प्लग निकालकर उनको चुरा लेते हैं और चोरी करने के बाद अन्य किसी सुनसान स्थान या जंगल-झाडियों में खडी कर देते हैं। चोरी की गई मोटर साइकिल, स्कूटी को 10- 15 हजार रूपये में बेच देते हैं। गिरोह पिछले एक साल से सक्रिय है। पूछताछ में यह भी सामने आया है कि वाहन चोरी के आरोपियों द्वारा चोरी की गई मोटरसाइकिलों को ग्रामीण क्षेत्रों, नोएडा से अलग जिलों, तथा डिलेवरी करने वाले व्यक्तियों को बेच देते हैं। गिरोह के सदस्य सूखा नशा करते हैं। गिरोह के सदस्य प्रशान्त के अतिरिक्त अन्य चार का कार्य केवल चोरी करने का है, अन्य आय का कोई स्त्रोत नहीं है। अभी तक पूछताछ में इन लोगों ने लगभग 50 से अधिक मोटरसाइकिल और स्कूटी का चोरी करना स्वीकार किया है।