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कश्मीर में आतंक पर करारा वार, चुन- चुनकर मारेगी सेना

इस रणनीति से करेंगे आतंकियों का पूरी तरह सफाया

फ़ेडरल भारत न्यूज़ ब्यूरो : कश्मीर में टारगेट किलिंग के बाद बदले माहौल के बीच मोदी सरकार एक्शन में आ गई है। आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए सेना को पूरी छूट दी गई है। इस बार आतंकियों के पूरी तरह सफाये की योजना बनाई गई है। आतंक पर करारा प्रहार करते हुए आतंकियों और उनके समर्थकों को चुन-चुनकर मारने की तैयारी है। इस बीच आतंकियों के समूल नाश की व्यूह रचना के लिए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के लगभग दो दर्जन वरिष्ठ अधिकारी बीते एक सप्ताह से कश्मीर में डेरा डाले हुए हैं। सीआरपीएफ और राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआइए के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी कश्मीर में हैं। इस बीच, श्रीनगर में चार गैर मुस्लिमों समेत पांच नागरिक हत्याओं की जांच का जिम्मा एनआइए संभालने जा रही है, जबकि कुलगाम और पुलवामा में उत्तर प्रदेश व बिहार के श्रमिकों की हत्या की जांच जम्मू कश्मीर पुलिस के पास ही रहेगी।
नागरिकों की सुरक्षा की खातिर अब सीआरपीएफ पहले से ज्यादा मुस्तैदी दिखाते हुए चौबीसों घंटे और सातों दिन ड्यूटी में लग गई है। गैर-कश्मीरियों और कश्मीरियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीआरपीएफ जवाब 24 घंटे ड्यूटी पर तैनात हैं। इस दौरान जगह-जगह न सिर्फ सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं बल्कि संदिग्धों की तलाशी भी ली जा रही है। इसके अलावा पूरे केंद्र शासित प्रदेश में वाहनों की तलाशी के लिए चेक पोस्ट भी बना दिए गए हैं। सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर ने कहा, ‘सीआरपीएफ की भूमिका जम्मू-कश्मी के लोगों की सुरक्षा करने की है। हम चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, गाड़ियां चेक कर रहे हैं, अलग-अलग जगहों में सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं और लोगों में सुरक्षा की भावना को भी बढ़ा रहे हैं।’
जम्मू कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और एनआइए के महानिदेशक कुलदीप सिंह व अन्य संबधित अधिकारियों के बीच आज यानि मंगलवार सुबह हुई बैठक में वादी के हालात और आतंकी गतिविधियों से संबधित मुद्दों पर चर्चा हुई है। बैठक में जम्मू कश्मीर पुलिस ने दो अक्टूबर को हुई तीन हत्याओं मक्खन लाल बिंदरु, बिहार के गोल गप्पा विक्रेता वीरेंद्र पासवान और टैक्सी चालक मोहम्मद शफी की हत्या और उसके बाद सात अक्टूबर को श्रीनगर के एक स्कूल में दाे गैर मुस्लिम अध्यापकों सुपिन्द्र कौर और दीपक चंद की हत्या की साजिश की जांच का जिम्मा एनआइए को सौंपे जाने पर तथाकथित तौर अपनी सहमती प्रदान कर दी है। इसके अलावा कुलगाम और पुलवामा में हुई उत्तर प्रदेश व बिहार के तीन श्रमिकों की हत्या के अलावा दो अक्टूबर को श्रीनगर में हुई दो नागरिक हत्याओं की जांच जम्मू कश्मीर पुलिस के पास ही रहेगी।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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