अस्पताल में लगी भीषण आग : बदहाल व्यवस्था ने ले ली 10 नवजात की जान, जांच के दिए आदेश
Jhansi News : झांसी के मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के शिशु वार्ड में देर रात भीषण लगी, जिसमें लगभग 10 नवजात की झुलसने से मौत हो गई। इस घटना में 16 बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं। झांसी अग्निकांड प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक एक नर्स ने ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को जोड़ने के लिए माचिस की तीली जलाई और जैसे ही माचिस जली, पूरे वार्ड में आग लग गई। हैरान करने वाली बात ये है कि आग लगने के बाद फायर अलार्म तक नहीं बजा और सिलेंडर भी एक्सपायर हो चुके थे। सिलेंडर पर 2019 की फिलिंग डेट है और एक्सपायरी 2020 की है।
निरीक्षण करने पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
मेडिकल शिशु वार्ड में लगी आग के बाद मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि यह घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार ने इसे बहुत ही गंभीरता के साथ लिया है। 10 बच्चों की बहुत ही दुखद मृत्यु हुई है। हम सब लोग परिजनों के साथ मिलकर बच्चों को आईडेंटिफाई कर रहे हैं।
जांच के दिए आदेश
बता दें घटना पर जांच के उच्च स्तरीय आदेश दिए गए हैं। पहले जांच शासन स्तर से होगी जो हेल्थ डिपार्टमेंट करेगा। दूसरी जांच पुलिस प्रशासन फायर विभाग की टीम करेगी और तीसरी मजिस्ट्रेट जांच के लिए भी आदेश दिए गए हैं।
कड़ी कार्रवाई भी करेंगे- ब्रजेश पाठक
साथ ही ब्रजेश पाठक ने घटना के कारण का पता लगाने का आदेश दिया गया। जो भी कारण होंगे वह प्रदेश की जनता के समक्ष रखा जाएगा। सबसे बड़ी बात यह है कि घटना कैसे हुई और किन कारणों से हुई और यदि किसी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो उसकी जिम्मेदारी भी हम तय करेंगे और कड़ी कार्रवाई भी करेंगे। किसी को छोड़ेंगे नहीं।