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दुर्व्यवहारः गर्भवती महिला के पेट पर रिश्तेदार ने मारी लात, पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद

पहले थाने से भगा दिया था, बाद में मामले के तूल पकड़ने पर पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

ग्रेटर नोएडा। पहले तो गर्भवती महिला को डांटकर भगा दिया। जब मामला मीडिया में ज्यादा उछलने लगा तो सूरजपुर थाने के एसएसआई पत्रकारों पर ही भड़क गए। जब मामला तूल पकड़ने लगा तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।

थाने में नहीं सुनी फरियाद

मामला बिरोनड़ी गांव के एक गर्भवती महिला जोया की है। जोया का पति पहले भी एक शादी कर चुका है। यह उसकी दूसरी पत्नी है। वह सात महीने के गर्भ से है। उसके रिश्तेदारों पेट पर तीन लातमार मारी। वह इसकी फरियाद लेकर सूरजपुर थाने गई थी। आरोप है कि वहां पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की। इसके लिए मेडिकल केस बहाना बनाया गया और जोया को वहां से भगा दिया गया।

महिला की हालत बेहद खराब

पेट पर लात पड़ने से गर्भ में पल रहे बच्चे पर असर होने की आशंका तो ही, जोया की हालत और खराब हो गई। वह थाने से दुत्कारे जाने के बाद सड़क पर बैठी रोती बिलखती रही। वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी। वह चलते-चलते गिर जा रही थी। इस खबर को दिखाने पर थाने के एसएसआई हरेंद्र सिंह पत्रकारों पर ही भड़क गए।

पुलिस ने दर्ज की रिपोर्ट

उधर, पुलिस ने बताया कि इस मामले में शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। रिपोर्ट पर क्या कार्यवाही हुई है, फिलहाल इसके बारे में फिलहाल कोई कुछ नहीं बता रहा है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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