कार्यवाहीः पंजीकरण निरस्त वाहन चला रहे हों तो हो जाएं सावधान, आरटीओ की है निगाह
क्यों सावधान होने के लिए कहा जा रहा, क्या होगा इन वाहनों का, कितनी अवधि है वाहनों की
नोएडा (साजिद अली)। कहीं आप रजिस्ट्रेशन निरस्त गाड़ी को लेकर नोएडा में तो नहीं घूम रहे अगर घूम रहे हैं तो हो सावधान जाइए। परिवहन विभाग ऐसी गाड़ी को जब्त कर लेगा। इस मामले में परिवहन विभाग पुलिस की भी मदद ले रहा है। जिले में ऐसी परिवहन विभाग की कई टीमें घूम रही हैं। सरकारी विभागों में भी टाइम पूरी कर चुकी गाडियां हैं जिन पर परिवहन विभाग की निगाह टिक गई है। जल्दी ही ऐसी गाड़ियों को वह जब्त करेगा।
1.19 लाख गाड़ियों का पंजीकरण निरस्त
देश की राजधानी दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले में परिवहन विभाग ने एक लाख 19 हजार 612 गाड़ियों का पंजीकरण निरस्त कर दिया है।
एनजीटी के आदेश पर कार्रवाई
एनजीटी के आदेश पर 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ी और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों का पंजीकरण निरस्त किया जा रहा है। अब बीएस 1 और बीएस 2 मॉडल की गाड़ियों की एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) नहीं दी जाएगी।
क्या कहते हैं एआरटीओ
गौतमबुद्ध नगर जिले के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) सियाराम वर्मा ने बताते हैं कि 15 साल से ज्यादा पुरानी सभी गाड़ियों को नोटिस जारी कर दिया गया है। अगर वाहन मालिक चाहे तो यहां से एनओसी लेकर दूसरे जिलों में जा सकता है। यहां 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल की गाड़ियों का संचालन बंद कर दिया गया है। पंजीकरण प्रमाण पत्र के अनुसार सभी वाहन 15 साल की अवधि पूरी कर चुके हैं। यह वाहन यूपी 16 से लेकर यूपी 16जेड तक के हैं।
पेट्रोल व डीजल चालित वाहन
उन्होंने बताया कि 15 साल पुराने निजी पेट्रोल वाहनों की संख्या एक लाख 13 हजार 190 और डीजल वाहनों की संख्या 6 हजार 422 है। इनमें यूरो वन वाहनों की संख्या 84 हजार 299 है। यूरो दो वाहन 3 हजार 843 हैं। ये सभी वाहन वर्ष 1993 और उसके बाद के वर्ष में पंजीकृत हुए थे। यूरो एक और दो वाहनों को दूसरे जिले में ले जाने के लिए विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) नहीं मिलेगा। बाकी वाहनों के लिए लोग विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण निरस्त होने के बाद लोगों को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिलेगा। मालिकों को सार्वजनिक नोटिस जारी की जा चुकी है।
6 टीमों का गठन
एआरटीओ ने बताया कि परिवहन विभाग की 6 टीमें गठित की गई हैं। वाहनों को जब्त करने के लिए नोएडा पुलिस की भी मदद ली जाएगी। हमारे पास पुरानी गाड़ियों के लिए एक छोटा डंपिंग पार्क भी है। गाड़ियों को जब्त कर डंपिंग पार्क तक पहुंचाया जाएगा। जहां पर जब्त की गई गाड़ियों को रखा जाएगा।
सरकारी गाड़ियां भी हैं शामिल
एआरटीओ सियाराम वर्मा ने बताया कि कुछ गाड़ियां सरकारी विभाग में भी हैं। उनकी वैलिडिटी (अवधि) पूरी हो चुकी है। उनके पंजीकरण निरस्त कर दिए गए हैं। उनको भी रोका जाएगा और शासन के लिए भेजा जाएगा।