एक्ट्रेस नीना गुप्ता का कई बार हुआ शोषण !
नीना गुप्ता ने ही बताया- 'कौन थे उनका शोषण करने वाले'

बेहद शानदार और बोल्ड किरदारों के लिए मशहूर एक्ट्रेस नीना गुप्ता ने अपनी जिन्दगी का एक ऐसा सीक्रेट खोल दिया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। नीना ने अपनी किताब ऑटोबायोग्राफी ‘सच कहूं तो’ में कुछ ऐसे राज़ खोले हैं जिसे जानकर कई लोगों को सबक भी मिल रहे हैं। हर मुद्दे पर खुलकर बोलने वालीं नीना गुप्ता ने मशहूर क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स के साथ प्रेम संबंध रहे। दोनों की एक बेटी भी है, जिसका नाम मसाबा है। जब से नीना गुप्ता ने अपने पास काम न होने की शिकायत की, उनके पास ढेरों प्रस्ताव आए। बधाई हो जैसी सुपरहिट फिल्म देने के बाद नीना गुप्ता अब अनुपम खेर के साथ ‘शिव शास्त्री बालबोआ’,अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘गुड बाय’ में नजर आने वाली हैं। इसके अलावा वह वेब सीरीज ‘पंचायत 2’ और ‘मसाबा 2’ कर रही हैं।
नीना गुप्ता का बचपन बेहद डरावना रहा है। दरअसल, नीना ने हाल में ही खुलासा किया है कि बचपन में कई बार उनका शोषण हो चुका है। उनका शोषण और किसी ने नहीं बल्कि उनके डॉक्टर और टेलर ने किया था। बात तब की है जब नीना स्कूल में पढ़ती थीं। वह एक बार नीना अपने भाई साथ आंखो के डॉक्टर के पास गईं थी। भाई बाहर बैठा था, जबकि वह डॉक्टर के साथ अकेले अंदर थीं। नीना बताती है ‘डॉक्टर ने मेरी आंख की जांच शुरू की और अचानक वह बॉडी के दूसरे पोर्ट्स भी चेक करने लगा, जिसका मेरी आंख से कोई ताल्लुक नहीं था। जब डॉक्टर मुझे इधर उधर छू रहा था, तो मैं बहुत डर गई थी। मुझे खुद से नफरत होने लगी थी। घर आकर एक कोने में चुपचाप बैठकर रोने लगीं।
बकौल नीना, इस हादसे वे बुरी तरह डर गईं थीं। यहां तक कि अपनी मां को भी बताने की हिम्मत नहीं जुटा पाईं। उनको लगता था कि मां, इसमें उनकी ही गलती निकालेंगी। लेकिन मां को न बताने का ये नुकसान हुआ कि हर बार डॉक्टर उनके साथ वही करता रहा। इस हादसे के ज़रिए नीना गुप्ता आजके पैरेट्स को सचेत करना चाहती हैं कि वे बच्चों के साथ दोस्ताना संबंध रखें, ताकि वे अपने साथ हुए हादसों की जानकारी बिना डरें दे सकें। एक और वाकये का जिक्र करते हुए नीना गुप्ता ने बताया कि मैं जिस टेलर के पास कपड़े सिलाने जाती थीं, वह भी मौका देखकर अपना हाथ इधर उधर लगा देता था। ‘मुझे लगा मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। अगर मैंने अपनी मां को बताया कि मैं उसके पास नहीं जाना चाहती तो वह मुझसे पूछेंगी कि क्यों और मुझे उन्हें बताना होगा।’ नीना को लगता है कि आजकल बचपन से ही बच्चों को जो गुड टच और बैड टच सिखाया जा रहा है, वो बहुत अच्छा है। उनके ज़माने में टीनएजर तक को ये सब सब नहीं पता होता था, इसलिए वे डरते थे।