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बढ़ोत्तरीः पुलिस कार्मिकों को मिलेंगे पांच सौ रुपये मोटर साइकिल भत्ता

‘पुलिस स्मृति दिवस’ कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री ने की घोषणा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के अवसर पर शुक्रवार को यहां रिज़र्व पुलिस लाइन्स में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर स्मृति परेड की सलामी ली और शोक पुस्तिका भी प्राप्त की। उन्होंन शहीद पुलिसजनों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर उहोंने कहा कि श्रीमद्भगवद गीता ने हमें ‘हतो वा प्राप्स्यसि स्वर्गं जित्वा वा भोक्ष्यसे महीम्, तस्मादुत्तिष्ठ कौन्तेय युद्धाय कृत निश्चयः’ की प्रेरणा दी है। इस पवित्र भाव के साथ हमारी सेना, अर्धसेना तथा पुलिस बल के जवान देश की वाह्य तथा आन्तरिक सुरक्षा को बनाये रखने के लिए ध्येय तथा निष्ठा के साथ कार्य करते हैं। पुलिस स्मृति दिवस देश की आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने तथा संवैधानिक व्यवस्था के तहत कानून के राज की स्थापना करने वाले जवानों के प्रति नमन का अवसर है। वर्ष 2021-2022 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों में उत्तर प्रदेश पुलिस के बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं।

भत्ता बढ़ोत्तरी की घोषणा

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पुलिस कार्मिकों को दिए जाने वाले 200 रुपये, साइकिल भत्ते को बढ़ाकर, 500 रुपये मोटरसाइकिल भत्ता करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शासन ने पुलिस कार्मिकों को ई-पेंशन पोर्टल से जोड़ने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने 5 लाख रुपये तक का मेडिकल बिल, जो काल बाधित हो जाता था तथा जिसकी स्वीकृति शासन से होती थी, इसके लिए पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश को अधिकृत करने की घोषणा की।   उन्होंने कहा कि हमारे जांबाज पुलिस कर्मियों का सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देता है। उन्होंने प्रदेश के शहीद पुलिसजनों के परिवार के सदस्यों को आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण तथा उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रही है और आगे भी रहेगी।

उन्होंने कहा कि पुलिसजन अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, प्रदेश में सौहार्द स्थापित करने एवं विशेषकर बालिकाओं तथा महिलाओं की सुरक्षा करने में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई है। प्रयागराज कुम्भ-2019, लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2019, त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 तथा विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान प्रदेश की जनता की सहायता के लिये सदैव तत्पर रही है। पुलिस कर्मियों द्वारा कोरोना वॉरियर्स के रूप में अभूतपूर्व परिश्रम कर जहां एक ओर नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराया गया, वहीं उनके द्वारा मानवता की सेवा की नयी मिसाल पेश की गयी। पुलिस कर्मी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए कोरोना पॉजिटिव भी हुए लेकिन अपने कर्तव्य को सर्वोपरि मानकर उत्तर प्रदेश पुलिस बल का जवान निरन्तर सेवा में लगा रहा। राज्य सरकार ने कर्तव्य पालन के दौरान कोरोना संक्रमण से मृत 45 पुलिस कर्मियों के आश्रितों को 22 करोड़ 50 लाख रुपये का भुगतान मृत पुलिस कर्मी के नियुक्ति के जनपद के जिलाधिकारी के माध्यम से किया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों के साथ ही केन्द्रीय अर्द्ध सैन्य बलों/अन्य प्रदेशों के अर्द्ध सैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 581 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 141 करोड़ 09 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। प्रदेश के जनपद/इकाइयों में नियुक्त पुलिस कर्मियों की सुविधाओं हेतु 18 करोड़ 50 लाख रुपये, उनके कल्याण हेतु 24 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है। कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 2030 दावों के निस्तारण हेतु 09 करोड़ 59 लाख रुपये, 05 लाख रुपये से अधिक के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 487 प्रकरणों हेतु 54 करोड़ 43 लाख रुपये, 370 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गम्भीर बीमारियों के उपचार हेतु तत्कालिक रूप से अग्रिम ऋण के रूप में 13 करोड़ 44 लाख रुपये, जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित 1,957 मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को सहायता के रूप में 37 करोड़ 13 लाख रुपये तथा पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों द्वारा एस0जी0पी0जी0आई0 में कराए गए कैशलेस उपचार से सम्बन्धित 07 करोड़ 80 लाख रुपये के बिलों का भुगतान किया गया है।

उन्होंने कहा कि पुलिस बल की क्रियाशीलता एवं प्रभाव में अभिवृद्धि हेतु विभिन्न जनपदों में 244 नये पुलिस थानों तथा 133 चौकियों की स्थापना की गयी है। हापुड़, चन्दौली, औरैया, सम्भल, शामली, अमरोहा सहित सात नवसृजित जनपदों में पुलिस लाइन्स की स्थापना की प्रक्रिया प्रारम्भ की गई है। बेहतर रणनीति, समन्वय तथा सुरक्षात्मक प्रबंधन द्वारा प्रदेश पुलिस ने कानून-व्यवस्था की विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर शान्ति-व्यवस्था एवं अपराध स्थिति को सर्वथा नियंत्रित रखा है। प्रदेश में व्यापक सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। इन आयोजनों को शान्तिपूर्ण एवं सकुशल सम्पन्न कराकर प्रदेश पुलिस ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश पुलिस बल को बधाई दी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के 50 कुख्यात माफिया अपराधियों व गैंग के सदस्यों/सहयोगियों द्वारा अवैध कृत्यों से अर्जित सम्पत्तियों में 2,268 करोड़ रुपये से अधिक की सम्पत्ति का जब्तीकरण अथवा ध्वस्तीकरण व अवैध कब्जे से अवमुक्त कराया गया। चिन्हित अपराधियों के 18 मुकदमों में प्रभावी पैरवी कर 11 माफिया तथा उनके 28 सहअपराधी, कुल 39 को आजीवन कारावास/कठोर कारावास व अर्थदण्ड की सजा करायी गयी है। इनमें 02 को फांसी की सजा हुई है। विभिन्न माफियाओं व अन्य अपराधियों की कुल 44 अरब 59 करोड़ रुपये की सम्पत्ति का जब्तीकरण किया गया है। माफिया अपराधियों की अवैध सम्पत्ति का जब्तीकरण करते हुए उन पर बालिकाओं के लिए कॉलेज तथा निर्बल वर्ग हेतु आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।

जारी रहेगा एंटी रोमियो अभियान

उन्होंने कहा कि प्रदेश मंे महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके सशक्तीकरण हेतु ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। इससे महिलाओं विशेषकर छात्राओं/बालिकाओं में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हुई है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ के अन्तर्गत अब तक 53 लाख 51 हजार से अधिक स्थानों पर चेकिंग करते हुए 13 हजार 244 अभियोग पंजीेकृत कर 18 हजार 926 व्यक्तियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की गयी तथा 60 लाख 15 हजार 247 व्यक्तियों को चेतावनी दी गयी। महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विशेष दल गठित किया गया है। मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत पुलिस की व्यापक कार्यवाही से महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है। प्रदेश के प्रत्येक थाने पर महिला बीट आरक्षी तथा महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। सभी जनपदों में 14,072 महिला पुलिस कार्मिकों को नियुक्त करते हुए 10,463 महिला बीट का आवंटन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘यू0पी0 कॉप’ मोबाइल ऐप के माध्यम से पुलिस विभाग से सम्बन्धित 26 सेवाएं जनसामान्य को प्रदान की जा रही हैं। सभी कमिश्नरेट तथा जनपदों में संचालित विशेष अभियान के दौरान चिन्हित किये गये 922 अवैध टैक्सी/बस/ऑटो स्टैण्ड को हटाया गया है। प्रदेश में एक अभियान के अंतर्गत धार्मिक स्थलों से 75,190 लाउडस्पीकर हटवाए गए तथा 57,262 लाउडस्पीकरों की ध्वनि मानक के अनुसार कम करवायी गयी है। दिनांक 31 मई, 2017 से 13 अक्टूबर, 2022 तक पुलिस द्वारा फुट पेट्रोलिंग के माध्यम से 01 करोड़ से अधिक स्थानों पर चेकिंग की गयी है। इसके अन्तर्गत 04 करोड़ से अधिक संदिग्ध लोगों को अलग-अलग स्थानों तथा तिथियों में चेक किया गया है।

नशे के खिलाफ चलाया गया अभियान

मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध मादक पदार्थों के व्यापार/व्यसन की रोकथाम के लिए एण्टी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया गया है। प्रथम चरण में जनपद गाजीपुर व बाराबंकी में 02 थाने तथा मेरठ, लखनऊ व गोरखपुर जोन में 03 क्षेत्रीय शाखाएं स्थापित की गयीं। बहराइच, श्रावस्ती, अलीगढ़, मेरठ तथा सहारनपुर के लिए ए0टी0एस0 फील्ड यूनिट कार्यालय स्वीकृत किए गए। गोरखपुर, आगरा, बरेली तथा प्रयागराज में एस0टी0एफ0 फील्ड यूनिट कार्यालय तथा लखनऊ में पुलिस आयुक्त कार्यालय को स्वीकृति प्रदान की गयी। नागरिक पुलिस तथा पी0एस0सी0 के मुख्य आरक्षी तथा आरक्षी को 02 हजार रुपये प्रतिवर्ष सिम भत्ता दिए जाने की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस के उन सभी वीर शहीदों, जिन्होंने कर्तव्य पथ पर प्राणोत्सर्ग किया है, के परिजनों को आश्वस्त किया कि वह अभी भी पुलिस परिवार का अभिन्न हिस्सा हैं। उनकी हर समस्या का निराकरण करने के लिए विभाग पूर्णतया कटिबद्ध रहेगा। उन्हें विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए, उत्तर प्रदेश की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में निरन्तर कार्य करते रहेंगे।

इससे पूर्व  मुख्यमंत्री ने रिज़र्व पुलिस लाइन्स स्थित शहीद स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में शहीद पुलिस कार्मिकों की स्मृति में मौन धारण किया गया। मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों से भेंट कर उनकी कुशलक्षेम पूछी।

इस अवसर पर समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण सहित जनप्रतिनिधि, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान, मण्डलायुक्त लखनऊ रोशन जैकब सहित पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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