Greater Noida Exclusive : सुपरटेक के मालिक का एक और फर्जीवाड़ा, एक फ्लैट दो लोगों को बेचा
Supertech Ecovillage वन में एक उद्योगपति से वसूले 95 प्रतिशत फ्लैट के पैसे और एग्रीमेंट के बाद दूसरे को बेचा, उद्योगपति ने सूरजपुर कोर्ट में रिपोर्ट दर्ज़ कराने के लिए डाली याचिका
ग्रेटर नोएडा : सुपरटेक के मालिक आर के अरोड़ा का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। सुपरटेक बिल्डर पर आरोप है कि उसने 95 प्रतिशत पैसा लेकर फ्लैट किसी दूसरे व्यक्ति को बेच दिया। पीड़ित उद्योगपति ने सुपरटेक के मालिक, CRM हेड सहित कई के खिलाफ सूरजपुर कोर्ट में रिपोर्ट दर्ज़ करने के लिए याचिका डाली है।
दिल्ली के विकासपुरी निवासी विवेक अस्थाना ने वर्ष 2013 में सुपरटेक इकोविलेज 1 में एक फ्लैट बुक कराया था। विवेक ने फ्लैट खरीदने के लिए एक्सिस बैंक से लोन लिया। 95 प्रतिशत फ्लैट का पैसा बैंक ने सुपरटेक को दे दिया। जिसके बदले विवेक बैंक को हर महीने EMI देते रहे। दो दिन पहले सुपरटेक के किसी कर्मचारी से विवेक को सूचना मिली कि उनके फ्लैट में कोई रह रहा है। विवेक को लगा कि कर्मचारी को कोई ग़लतफ़हमी हुई है।विवेक जानते थे कि अभी जिस फ्लैट की पज़ेशन नहीं मिली है, उसमें कोई कैसे रह सकता है, फिर भी विवेक ने अपने एक रिश्तेदार को सोसाएटी में भेजा तो सुपरटेक के फर्जीवाड़े की असलियत सामने आ गयी। सुपरटेक ने बी -17 टावर के 1905 जो कानूनी रूप से विवेक का था, वो किसी और को बेच दिया। विवेक ने फ़ेडरल भारत से बातचीत के दौरान बताया कि फ्लैट जिस व्यक्ति को बेचा गया है वो खुद को सुप्रीम कोर्ट का वकील बता रहा है। फिलहाल फ्लैट पर सुप्रीमकोर्ट के कथित वकील का कब्ज़ा है और वह परिवार के साथ यहाँ रह भी रहे हैं।
सुपरटेक के खिलाफ डाली कोर्ट में याचिका
फ्लैट के असली मालिक होने का दावा करने वाले विवेक अस्थाना ने बताया कि उनहोंने सुपरटेक कोर्ट में सुपरटेक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज़ कराने को याचिका डाली है। वह सुपरटेक को किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। सुपरटेक के कई अधिकारियों को याचिका में आरोपी बनाया गया है।
क्या कहते हैं रेरा के एक्सपर्ट
रेरा बार एसोसिएशन गौतमबुद्धनगर के संयुक्त सचिव पुनीत मलिक का कहना है कि रेरा के अधिकारियों को खुद आगे आकर सुपरटेक के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी, तभी ऐसे मामलों में कमी आएगी। उन्होंने बताया कि यह धोखाधड़ी है, बार एसोसिएशन पीड़ित की पूरी मदद करेगी।