मनमानीः बिना नोटिस दिए ही COGITO कंपनी ने 198 कर्मचारों को नौकरी से निकाला
नोएडा के सेक्टर 8 स्थित में स्थित है यह कंपनी, अन्य कर्मचारियों में गहरा रोष, कंपनी प्रबंधन के खिलाफ किया प्रदर्शन
नोएडा। नोएडा के सेक्टर 8 स्थित COGITO कंपनी प्रबंधन ने अपने यहां काम कर रहे में काम कर रहे 198 कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया। कर्मचारियों का आरोप है कि नौकरी से निकाले जाने के पहले पूर्व में न तो उन्हें कोई सूचना दी गई थी और न ही नौकरी से निकाले जाने के लिए कोई नोटिस ही। एकाएक अचानक उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। इससे कंपनी में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों में भी गहरा रोष है। उन्होंने कंपनी प्रबंधन के इस मनमाने रवैये के खिलाफ प्रदर्शन भी किया।
कहा, कल से काम पर आने की जरूरत नहीं
नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों का आरोप है कि जब वे आज काम करने के लिए कंपनी के कार्यालय आए तो उन्हें अचानक कह दिया गया कि आप लोगों को कल से यहां काम पर आने की जरूरत नहीं है। नौकरी से निकाले गए इन कर्मचारियों का आरोप है कि इससे पहले उन्हें नौकरी से निकाले जाने का न तो कोई संकेत ही दिया गया और न ही पूर्व नोटिस ही। यहां तक की नौकरी से निकाले जाने के वक्त दिया जाने वाला वेतन भी उन्हें नहीं दिया गया। इससे उनके सामने रोजगार ढूंढ़ने का एकाएक संकट उत्पन्न हो गया है।
कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
अपने सहकर्मियों को अचानक नौकरी से निकाले जाने से कंपनी में काम कर रहे अन्य कर्मचारियों में भी गहरा रोष व्याप्त हो गया। वे तुरंत कंपनी कार्यालय के परिसर में एकत्र होकर कंपनी प्रबंधन के इस मनमाने रवैये के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
पुलिस ने दी जेल भेजने की धमकी
कर्मचारियों के प्रदर्शन की खबर सुनकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस कर्मचारियों की बात सुनने के बजाय उन्हें ही धमकाने लगी कि जिले में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू है। व इसका उलंघन कर प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने प्रदर्शन को तुरंत खत्म करने की चेतावनी दी कहा कि वे प्रदर्शन खत्म नहीं करते तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। उधर, संबंधित थान की पुलिस का कहना है कि वह मामले की सुनवाई कर रही है। उसे तहरीर मिलने पर इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी। यह कंपनी अपने कर्मचारीयों से मेमेडिकल इंश्योरेंस पालिसी की बिक्री का काम करवाती है। उधर, कंपनी प्रबंधन के सूत्रों बताया कि जिन कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है उन्होंने अपना टारगेट नहीं पूरा किया है। इस मामले में वे लगातार फिसड्डी साबित हो रहे थे।