आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पदभार संभाला, बराबर में खाली कुर्सी रख कहा, ‘भरत के खड़ाऊ की तरह शासन चलाऊंगी’
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दिल्ली(फेडरल भारत नेटवर्क):आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने सोमवार को आठवीं मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यालय में एक कुर्सी खाली रखी और रामयाण के भरत का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने 14 साल तक भगवान राम की खड़ाऊ रखकर शासन किया। इस पर विपक्षी दलों खासतौर पर भाजपा ने जोरदार हमला बोला है और कहा कि यह करप्शनराज को रामराज्य दिखाना चाहती हैं।
एक्स पर फोटो डाला और पोस्ट लिखा
नवनियुक्त मुख्यमंत्री आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर अपना फोटो और कमेंट शेयर किया है, जिसमें लिखा है- आज मैंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी सँभाली है। आज मेरे मन में वो ही व्यथा है जो भरत के मन में थी जब उनके बड़े भाई भगवान श्री राम 14 साल के वनवास पर गए थे और भरत जी को अयोध्या का शासन सँभालना पड़ा था। जैसे भरत ने 14 साल भगवान श्री राम की खड़ाऊँ रख कर अयोध्या का शासन सम्भाला, वैसे ही मैं 4 महीने दिल्ली की सरकार चलाऊँगी। उन्होंने शनिवार को ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी।
भाजपा का पसंद नहीं आया अंदाज
उधर भाजपा को उनका यह अंदाज कतई पसंद नहीं आया। पार्टी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने हमला बोलते हुए कि खाली कुर्सी रखने से करप्शनराज रामराज्य नहीं बनने वाला। उन्होंने कहा कि आतिशीजी दिल्ली में लालू-राबड़ी और सोनिया-मनमोहन माडल चलाना चाहती हैं। दिल्ली की जनता का इतना क्यों अपमान की एक रबर स्टंप मुख्यमंत्री को दिल्ली की कुर्सी पर बैठाया गया।
मनोज तिवारी ने भी किया व्यंग्य
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी ने भी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है, यदि वह खाली कुर्सी रखती हैं तो इसका यही अर्थ है कि वह खुद को मुख्यमंत्री नहीं मानती हैं।