सख्त हुआ प्राधिकरण, बकाया जमा नहीं करने पर सिक्का इन्फ्रास्ट्रक्चर की 51 करोड़ की प्रॉपर्टी सील की
नोएडा (Federal Bharat news): नोएडा विकास प्राधिकरण अब फुल एक्शन मॉड में है। प्राधिकरण ने सख्त रूख अपनाते हुए उन बिल्डरों के खिलाफ सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिन पर प्राधिकरण का करोड़ों रुपये बकाया है, जिस कारण फ्लैटों की रजिस्ट्रियां अटकी पड़ी हैं और सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। इस कड़ी में मंगलवार को प्राधिकरण ने सेक्टर 143 स्थित सिक्का इन्फ्रास्ट्रक्टर के प्रोजेक्ट पर सील लगा दी। सिक्का इन्फ्रास्ट्रक्टर पर 208 करोड़ रुपये बकाया है।
सिक्का इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 208 करोड़ बकाया
प्राधिकरण काफी वक्त से बिल्डर्स को बकाया राशि जमा कराने के लिए कहा रहा था। लेकिन जब सीधी अंगुली से घी नहीं निकला, तो प्राधिकरण को अपनी अंगुली टेड़ी करनी पड़ी है। प्राधिकरण की जद में सबसे पहले सिक्का इन्फ्रास्ट्रक्चर आया। इसका सेक्टर 143 में प्रोजेक्ट है। प्राधिकरण का इस पर 208.05 करोड़ बकाया है। इसे 25 प्रतिशत राशि जमा कराने के लिए कई नोटिस जारी किए गए। लेकिन मुकर्रर वक्त में धनराशि जमा नहीं करने पर लगभग 51 करोड़ की राशि के 31 अनसोल्ड फ्लैट्स को सील कर दिया गया।
रजिस्ट्री के लिए बिल्डरों को नोटिस
शासनादेश के क्रम में प्राधिकरण के सीईओ एम लोकेश ने 57 बिल्डर परियोजनाओं में बिल्डर्स द्वारा बकाया जमा नहीं किए जाने को लेकर मंगलवार को समीक्षा की। बैठक में अफसरों को निर्देश दिया गया कि जिन जिन बिल्डर्स ने बकाया राशि का 25 प्रतिशत जमा करा दिया है। लेकिन उनके द्वारा बायर्स की रजिस्ट्रियां नहीं कराई गई हैं। ऐसे बिल्डरों के दफ्तरों पर नोटिस लगाए जाएं। इनमें मुख्य रूप से सनवर्ल्ड रेजिडेंसी प्रालि, पैन रिलयटर्स प्रालि, एम्सर प्रमोटर्स, पारस सीजन्य हेवेन प्रालि, आईआईटीएल निम्बस शामिल हैं, जिन्हें 76 बायर्स की रजिस्ट्रियां कराना है।
आंवटन रद्द करने के लिए आखिरी नोटिस
सीईओ ने निर्देश दिया है कि अमिताभ कांत कमेटी की सिफारिशके अनुरूप कुल देय की 25 प्रतिशत राशि के बदले आंशिक राशि ही जमा कराई गई है, उनके पट्टा आंवटन के निरस्तीकरण की कारवाई के लिए अंतिम नोटिस जारी किया जाएगा। इनमें यह बिल्डर शामिल हैं। मै. प्रतीक रियलटर्स प्रालि, मै. अंतरिक्ष डेवलपर्स एंड प्रमोटर्स प्रालि, मै. परफेक्ट प्रोपबिल्ड प्रालि, मैं इम्पियरियल हाउसिंग वेन्चर्स, मैं एसोटेक लि. और मै. एसोटेक कान्ट्रेक्ट इंडिया लि सेक्टर 44 हैं।