Ayodhya Rape Case: उत्तर प्रदेश की सियायत में आया उबाल, पीड़िता से मिलकर फफक-फफक के रोये संजय निषाद, सपा बैकफुट पर आई
अयोध्या (फेडरल भारत न्यूज) : अयोध्या में 12 वर्ष की बच्ची से रेप की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी उबाल आ गया है। रेप मामले को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार काफी सख्त है और एक्शन में हैं, वहीं समाजवादी पार्टी बचाव की मुद्रा में है। उधर, शनिवार को अस्पताल में पीड़ित बच्ची से मिलकर निषाद पार्टी नेता और राज्य सरकार में मंत्री संजय निषाद मीडिया से बातचीत करते हुए फूट-फूटकर रोए। इस बीच दुष्कर्म के मुख्य आरोपी की संपत्ति को बुलडोजर से ढहा दिया गया और बेकरी का लाइसेंस भी कैंसिल कर दिया।
सपा नेता की संपत्ति पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना सख्त रूख अपनाते हुए शनिवार को दुष्कर्म के मुख्य आरोपी सपा नेता मोईद खान की संपत्ति को बुलडोजर से तहस-नहस कर डाला। आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी को आज सील कर दिया गया और उसके लाइसेंस को कैंसिल कर दिया गया है। मोईद पर 29 जुलाई को मुकदमा दर्ज हुआ था और 30 को उसकी गिरफ्तारी हुई। लेकिन समाजवादी पार्टी ने अब तक उसे पद से नहीं हटाया है।
आरोपी मोईद खान कौन है?
गैंगरेप आरोपी मोईद खान समाजवादी पार्टी का नेता और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी है। वह समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर का अध्यक्ष है। उस पर बेकरी में बुलाकर बच्ची से रेप करने और उसका अश्लील वीडियो बनाने का आरोप है। गैंगरेप मामले में अखिलेश यादव और अवधेश प्रसाद की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं।
फूट-फूटकर रोये संजय निषाद
निषाद पार्टी के नेता और योगी मंत्रिमंडल में शामिल संजय सिंह निषाद शनिवार को अस्पताल में भर्ती पीड़ित बालिका से मिलने पहुंचे और उसका हालचाल जाना। बाहर निकलकर संजय निषाद ने मीडिया वालों से बातचीत की। इस दौरान सपा नेता अखिलेश पर भड़ास निकाली और सख्त कारवाई के लिए योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया। इस बीच लड़की की हालत देखकर वह फूट-फूटकर रोने लगे।
अखिलेश ने कहा, आरोपियों की डीएनए टेस्क कराएं
सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर लगातार भाजपा के निशान पर आए सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शनिवार को एक्स पर पोस्ट डाली है, जिसमें कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनकी डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी है कानून के हिसाब से उसे सजा दी जाए। डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे पाए जाने पर इसमें संलिप्त दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कारवाई की जाए।
कैसे हुआ मामले का खुलासा
शिकायत के मुताबिक, मोईद ने लड़की को पापड़, बिस्किट वगैरह का लालच देकर अपनी बेकरी में बुलाया और उसे कोई नशीली दवा खिलाकर कथित रूप से उसके साथ रेप किया। उसके कर्मचारी ने नाबालिग का अश्लील वीडियो बनाया और उस वीडियो को लीक कर देने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल किया। नाबालिग के पेट में दर्द होने पर मामले का खुलासा हुआ। मेडिकल में पता चला कि वह तो प्रेग्नेंट है।