मॉर्डन स्कूल में बैड टच मामला : सेक्टर-12 में पहुंचकर पेरेंट्स का हंगामा, प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग
नोएडा(फेडरल भारत नेटवर्क) : सेक्टर 12 स्थित मॉडर्न पब्लिक स्कूल में छात्रा से ‘बैड टच’ का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में पेरेंट्स स्कूल पहुंचे और हंगामा कर दिया। पेरेंट्स प्रिसिंपल प्रीति शुक्ला को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पेरेंट्स को समझाने में जुटी रही।
प्रिंसिपल को बर्खास्त करने की मांग
नोएडा के सेक्टर 12 स्थित मॉर्डन पब्लिक स्कूल में विभिन्न मांगों को लेकर गुरुवार को बड़ी संख्या में पेरेंट्स पहुंचे और उन्होंने काफी हंगामा किया। सूचना के बाद पुलिस और स्कूल प्रशासन भी मौके पर मौजूद रहा। पुलिस नाराज पेरेंट्स को समझाने में जुटी रही, लेकिन वह अपनी मांगों पर ही अडिग रहे। पेरेंट्स का कहना है कि प्रिंसिपल ने बदनामी के डर से घटना को छिपाए रखा, जबकि स्कूल प्रशासन और प्रिंसिपल का कहना है कि जानकारी में आने के बाद बच्ची के पेरेंट्स को सूचित कर दिया गया था।
क्या है पेरेंट्स की मांग
स्कूल पहुंचे पेरेंट्स ने बैड टच मामले को लेकर स्कूल प्रबंधन को मांग पत्र भी सौंपा। उनकी प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं…
1. प्रिंसिपल प्रीति शुक्ला को बर्खास्त किया जाए
2. विद्यालय एवं स्कूल बस में गार्ड की व्यवस्था
3. स्कूल के प्रत्येक हिस्से औरकक्षाओं में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं
4. स्कूल के बीच में लगी रेलिंग को दो फीट और बढ़ाई जाए।
5. विद्यालयों के शिक्षकों के व्यवहार बच्चों और पेरेंट्स के प्रति नरम रखा जाए
6. री एडमिशन का चार्ज कर किया जाए
7. प्रत्येक छात्र का पेरेंट आईडी कार्ड बनाया जाए
8. स्कूल परिसर में होने वाली किसी भी घटना की जिम्मेदारी विद्यालय प्रशासन की मानी जाए।
क्या था मामला
मॉडर्न स्कूल के जूनियर विंग में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। कई श्रमिक काम कर रहे हैं। पुलिस को दी शिकायत के अनुसार तीन सितंबर को केजी की छात्रा स्कूल गई थी। आरोप है कि वहां श्रमिक ने मासूम बच्ची को गोद में उठाकर गलत तरीके से छुआ था। वहां से किसी तरह भागी बच्ची ने तुरंत क्लास टीचर सरिता सुनेजा को घटना की जानकारी दी। साथ ही इसकी सूचना प्रिंसिपल प्रीति शुक्ला को दी गई। आरोप है कि दोनों ने स्कूल के सुपरवाइजर बसंत पांडेय और श्रमिकों के ठेकेदार मुकेश कुमार के साथ मिलकर संवेदनशील मामले को छिपाकर मुख्य आरोपी को भगा दिया।