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बरेली:कोरोना की चपेट में आइवीआरआइ के वैज्ञानिक, खुले में घूम रहे हैं।

बरेली जिले में फिर एक बार कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। जिले में कोरोना संक्रमितों की सख्या बढ़ती जा रही है। बरेली में कोरोना पूरी तरह खत्म हो गया था वहीं एक तरफ कोरोना ने फिर अपना रूप दिखना शुरू कर दिया है। कोरोना संक्रमितों के बीच अब जिले में मरीजों की बढ़ती संख्या 20 तक पहुंच गई है। अभी जल्दी में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान आइवीआरआइ के भी तीन वैज्ञानिक संक्रमित पाए गए हैं।

फेडरल भारत डेस्क: जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। अभी जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या 20 के लगभग हो गई गई है। अभी हाल ही में भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान आइवीआरआइ के वैज्ञानिक कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें दो वैज्ञानिक हैं और आइवीआरआइ के अन्य विभागों में प्रमुख पद पर तैनात एक वैज्ञानिक 13 मार्च को कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनका इलाज बरेली के बाहर चल रहा था। वहीं अन्य दो वैज्ञानिक 17 मार्च को कोरोना संक्रमित मिले। इनका भी इलाज चल रहा है हैं। सूत्रों की माने तो इन वैज्ञानिकों में से कुछ के अपने लोग भी संक्रमित हैं। परन्तु इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वही बताया जा रहा है कि बीते 6 मार्च को आइवीआरआइ में निरीक्षण के लिए आये भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक डॉ.बीएन त्रिपाठी बरेली पहुंचे. बरेली आते ही बीएन त्रिपाठी भी संक्रमण हो पाए गए ।

 

वैज्ञानिको के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद आइवीआरआई परिसर में डर का माहौल पैदा हो गया है। , सूत्रों का कहना हैं कि परिसर में ही और एक वैज्ञानिक का भी परिवार कोरोना संक्रमित है। अगर आइवीआरआइ का फेसबुक अकाउंट चेक किया जाए तो कोरोना संक्रमण फैलने का मुख्य कारण पता चल जाता । 6 मार्च को दौरे के के बाद कई जगह डीडीजी और कई वैज्ञानिक कोविड नियमों का उलंघन करते हुए दिखाई दिए हैं।

सर्वेश कुमार

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