crimeगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

साइबर पुलिस का बड़ा एक्शन: साइबर जालसाजों के खातों में 1.74 करोड़ की रकम कराई फ्रीज

ग्रेटर नोएडा (federal bharat news) : नोएडा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने साइबर जालसाजों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। साइबर अपराधियों के नेटवर्क पर सीधा प्रहार करते हुए पुलिस ने एक करोड़ 74 लाख रुपये की राशि को फ्रीज कराने में सफलता हासिल की और अदालत की प्रक्रिया के बाद 69 लाख रुपये की राशि पीड़ितों के खाते में वापस ट्रांसफर कराए है।
लगातार बढ़ रहा साइबर क्राइम का खतरा
तकनीक और सूचना प्रौद्योगिकी की दौर में साइबर क्राइम आधुनिक दौर की सबसे विकट समस्या बन चुका है। अकेले नोएडा में दर्जनों लोग साइबर जालसाजों के चंगुल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुके हैं। हाल ही में 64 लाख रुपये गंवाने वाली बुजुर्ग महिला को ऐसा सदमा पहुंचा कि उसे अस्था का अटैक पड़ गया और उनकी किसी तरह से जान बच सकी। इस बीच साइबर पुलिस भी लगतार एक्शन में है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के साथ ही पीड़ितों की खोई रकम को वापस दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
एक माह के दौरान पकड़े 16 जालसाज
एडीसीपी साइबर क्राइम नोएडा, प्रीति यादव के अनुसार, साइबर पुलिस ने साइबर अपराधियों के द्वारा फ्रॉड किए गए एक करोड़ 74 लाख 37 हजार रुपये को किया   की तत्परता से पीड़ितों के खाते में लगभग 69 लाख रुपए कराए गए वापस। अक्टूबर माह में पुलिस ने 16 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

 

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Tags

Mukesh Pandit

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के हापुड़ शहर (अब जिला) में जन्म। एसएसवी पीजी कालेज से हिंदी एवं समाजविज्ञान में स्नातकोत्तर की शिक्षा। वर्ष 1988 से विभिन्न समाचार पत्रों दैनिक विश्वमानव, अमर उजाला, दैनिक हरिभूमि, दैनिक जागरण में रिपोर्टिंग और डेस्क कार्य का 35 वर्ष का अनुभव। सेवानिवृत्त के बाद वर्तमान में फेडरल भारत डिजिटल मीडिया में संपादक के तौर पर द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close