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बड़ा खुलासाः सौ से अधिक चैन स्नैचिंग, चोरी, लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो शातिर चोर व खरीदार सुनार गिरफ्तार

गिरोह के बदमाशों के अजीब हैं शौक, पुलिस को गुमराह करने के लिए बदल देते थे क्षेत्र, पुलिस ने आठ घटनाओं का किया खुलासा

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-20 नोएडा की पुलिस ने चैन स्नैचिंग, चोरी और लूटपाट करने वाले ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जिनके सदस्यों के अजीब शौक हैं। इस गिरोह के दो सदस्य पकड़े गए हैं। ये पुलिस को गुमराह करने में माहिर हैं। वे पुलिस को गुमराह करने के लिए अगले वारदात के लिए इलाका बदल देते थे। पुलिस ने चोरी, लूट और स्नैचिंग के सोने के चैन खरीदने वाले सुनार को भी गिरफ्तार कर लिया है।

 

 

कौन है पकड़े गए आरोपी

नोएडा के डीसीपी हरीश चंदर ने यहां मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान बताया कि पुलिस ने चैन स्नैचिंग, चोरी और लूटपाट करने वाले गिरोह के जिन दो बदमाशों और चोरी के माल को खरीदने वाले सुनार को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान मंजीत सिंह सोढ़ी उर्फ सोनू (उम्र 44 वर्ष) निवासी नंदनगरी थाना नंदनगरी, दिल्ली-93, दूसरे राजू (उम्र 53 वर्ष) निवासी 33 फुटा रोड, करावलनगर, दिल्ली और चोरी का माल खऱीदने वाले सुनार मनोज (उम्र 32 वर्ष) निवासी नत्थू गंज चौक कॉलोनी, थाना मानसरोवर पार्क, दिल्ली के रूप में हुई है। पुलिस ने इन्हें मंगल बाजार एलीवेटेड के नीचे सेक्टर-25 से गिरफ्तार किया।

कैसे करते थे वारदात

उन्होंने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपी चैन स्नैचरों के शातिर गिरोह के सदस्य हैं। गिरोह का सरगना मंजीत सिंह है। इसने वर्ष 2003 से चैन स्नैचिंग करना शुरू किया था। वह सीसीटीवी कैमरे की रिपेयरिंग का काम करता है। सीसीटीवी कैमरे के इंस्टॉलेशन या रिपेयरिंग के लिए सेक्टर व कॉलोनियों में काम के दौरान वह क्षेत्र के सभी रास्तों की अच्छी जानकारी कर लेता था। चैन स्नैचिंग को अंजाम देने के बाद वह भागने के लिए उन रास्तों का उपयोग करता था। मंजीत चैन स्नैचिंग के लिए लिए समय-समय पर अपने साथी बदलता रहता है। मोटर साइकिल पर घटना के समय नंबर प्लेट नहीं लगता था। वारदात से पहले यह महंगी शराब का सेवन पीता था। यह गिरोह शातिर चैन स्नैचर गैंग चिन्हित सेक्टरों और श्रृंखलाबद्ध तरीकों से वारदात को अंजाम देता था। जैसे- एक बार वारदात सेक्टर-26 में कर दी तो अगली बार सेक्टर-19 में, इसके बाद सेक्टर-20 में और फिर फिर सेक्टर-26 में। ऐसा कर गिरोह पुलिस को भ्रमित करने का प्रयास करता है कि जिस सेक्टर में घटना हुई है, पुलिस उसी सेक्टर में गस्त व पेट्रोलिंग करेगी और फिर यह गिरोह अन्य सेक्टरों में वारदात कर देता था।

वारदात के बाद माल सुनार को दे देते थे

डीसीपी ने बताया कि वारदात करने के बाद गिरोह के सदस्या लूटी गई चैन को अपने साथी सुनार मनोज को रखने, बेचने के लिए देते थे। जब भी मौका मिलता तभी ये साथी सुनार को बुलाकर चेन या रूपयों का बंटवारा कर लेते थे। मंजीत ने मनोज को भी दिल्ली में साथ ले जाकर चैन लूटने की वारदात को अंजाम दे चुका है।

हुलिया बदलने में माहिर

डीसीपी ने बताया कि दोनों शातिर चैन स्नैचर और सुनार अपना हुलिया बदलने में माहिर है। वे ऐसा हुलिया बना लेते थे कि वे पुलिस आम लोगो के सामने से निकल भी जाएं तो इन्हें कोई अपराधी के रूप में नहीं पहचान सकता था। पुलिस और आम लोग उन्हें सामान्य कामकाजी व्यक्ति समझकर नजरअंदाज कर देते थे।

20 वर्षों से कर रहे चैन स्नैचिंग की वारदात

डीसीपी ने बताया कि चैन स्नैचरों का यह गिरोह करीब 20 वर्षों से चैन लूट, चोरी व स्नैचिंग का काम कर रहा था। गिरोह सैकडों वारदातों को अंजाम दे चुका है।

इन वारदातो का हुआ खुलासा

डीसीपी ने बताया कि सेक्टर-20, नोएडा में एक दिन पूर्व महिला से लूटी लूटी गई चैन, सेक्टर-19 में एक सप्ताह पूर्व एक महिला की चैन लूट की वारदात, सेक्टर-26  में दो माह पूर्व इवनिंग वॉक करते एक महिला से चेन लूटी गई चैन, सेक्टर-26, में एक माह पूर्व इवनिंग वॉक के दौरान महिला से लूटी चैन, सेक्टर-26, में 15 दिन पूर्व इवनिंग वॉक के समय महिला से लूटी गई चैन, सेक्टर-62, में एक माह पूर्व मार्निंग वॉक के समय एक व्यक्ति से चैन लूट, सेक्टर-52 में एक सप्ताह पूर्व इवनिंग वॉक के समय वृद्धा से से चैन लूट और सेक्टर-61 में कंचनजंगा मार्केट से एक माह पूर्व महिला से चैन लूट की वारदात का खुलासा हुआ है। इन सभी लूट की घटनाओं की एफआईआर संबंधित थानों में दर्ज कराई गई थी। उन्होंने बताया कि गिरोह के सरगना, सदस्य और चोरी के माल के खऱीदार सुनार मनोज के खिलाफ दिल्ली व एनसीआर के विभिन्न थानों में दर्जनों गंभीर आपराधिक मामलों के मुकदमें दर्ज हैं।

क्या हुआ इनके पास से बरामद

डीसीपी ने बताया कि इनके पास से साढ़े पांच लाख रुपये अनुमानित कीमत के पांच सोने के चैन, जिस मोटर साइकिल से वारदात को अंजाम देते थे, वह बिना नंबर की मोटरसाइकिल, 11 हजार रूपये, दैनिक जरूरत के सामान, शराब की बोतल व नमकीन से भरी पिट्ठू बैग बरामद हुआ है।

मीडिया से बातचीत के दौरान एसीपी-1 रजनीश वर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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