सेक्टर 113 पुलिस की बड़ी कामयाबी : अंतरराज्यीय वाहन चोरी गिरोह के सरगना समेत छह गिरफ्तार, फॉर्चूनर समेत 10 गाड़ियां बरामद
नोएडा : थाना सेक्टर 113 और सर्विलांस टीम नोएडा की टीम को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने संयुक्त आपरेशन में अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह को क्रेक किया है और गिरोह के सरगना समेत छह सदस्यों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से चोरी की फॉर्चूनर के साथ कुल महंगी 10 गाड़ियां बरामद की हैं। टीम ने गिरोह के सदस्यों से अन्य सामान्य जब्त किया है। गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों तक फैला था और एनसीआर से गाड़ियां चुराकर अन्य राज्यों में बेची जाती थीं। गिरोह के सदस्यों के विरूद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 के अंतर्गत गैंगस्टर एक्ट के तहत कारवाई की जाएगी, जो प्रदेश में पहला मामला होगा।
बेहद शातिर ढंग से चुराते थे वाहन
-सेक्टर 113 थाने में संवाददाताओं से खचाखच भरी प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस उपायुक्त रामबदन सिंह ने कहा कि गाड़ियां चोरी करने के लिए गिरोह के सदस्य तकनीक का इस्तेमाल करते थे। इनके पास की प्रोग्रामिंग पैड होता था, जिसके माध्यम से यह गाड़ी का साइड का शीशा तोड़कर गाड़ी की ईसीएम( इलेक्ट्रानिक कंटेंट मैनेजमेंट) को रिप्रोग्रोमिंग कर लेते थे। इससे गाड़ी की प्रोग्रामिंग इनके अनुसार होता और यह डुप्लीकेट चाबियां तैयार कर लेते। पुलिस उपायुक्त नार्थ के अनुसार, गाड़ियों को अनलॉक करने के बाद डुप्लीकेट चाबी की मदद से यह गाड़ियां चुराकर किसी सुरक्षित जगह पार्क की जाती। वहीं से गाड़ियां का सौदा हो जाता। प्रेस कांफ्रेस में एडीसीपी मनीष कुमार मिश्र और एसीपी थर्ड श्रय गोयल भी उपस्थित थीं।
पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, चेन्नई और नार्थ ईस्ट बेची जाती थी गाड़ियां
दिल्ली-गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा से गाडियां चुराकर अलग-अलग प्रदेशों में बेची जाती थी। चोरी के वाहनों को पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और नार्थ ईस्ट में बेचा जाता था। गाड़ियां बेचने के लिए एक अलग नेटवर्क काम करता था, जो ग्राहकों की तलाश करता और पार्किंग की गाड़ियों को आसानी से बेचने में सफल रहता।
सोनू है गिरोह का सरगना
अंतरराज्यीय वाहन चोरी गिरोह का सरगना सोनू पुत्र सुघड़ है, जो आठवीं पास है लेकिन काफी कुशल मैकेनिक है। उसके खिलाप दिल्ली, हरियाणा के अलावा गौतमबुद्दनगर में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दूसरा अभियुक्त खलील पुत्र शरीफ है, जिस पर आधा दर्जन मुकदमे हैं। एक अन्य अभियुक्त मोनू पुत्र शिवलाल है, जिस पर डेढ़ दर्जन मामले पंजीकृत हैं। अभियुक्त अलीशेर उर्फ इमरान खान, राजेश उर्फ राजा पुत्र राजपाल और प्रमोद पुत्र धर्मपाल के विरुद्ध विभिन्न थानों में मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्य
गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने वाली टीम में सेक्टर 113 थाने के उपनिरीक्षक रामसुरेश, सतेंद्र यादव, नवीन तोमर, राहुल कुमार, शरदकांत, सर्विलांस सेल के सतेंद्र मोतला, दुर्गेश, प्रांशु मलिक, ज्ञानी, उपनिरीक्षक आशु शामिल रहे। डीसीपी नार्थ ने टीम के लिए 25 हजार रुपये के इनाम की भी घोषणा की है।