नोएडा की सबसे बड़ी खबर : अब दिल्ली में लड़ेंगे किसान नोएडा के नकारा सिस्टम के खिलाफ लड़ाई, आठ फरवरी को दिल्ली कूच का एलान
नोएडा : नोएडा से बड़ी खबर सामने आ रही है। नोएडा प्राधिकरण पर कई दिनों से बैठ किसान अब दिल्ली कूच करेंगे। नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ अब जंग दिल्ली में लड़ी जाएगी। शुक्रवार को दिल्ली चलने का फैसला किसानों ने महापंचयत में लिया है।
शुक्रवार को नोएडा प्राधिकरण पर गौतमबुद्ध नगर के किसानों की महापंचायत हुई। किसानो की महापंचायत में नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी से प्रभावित 105 गांवों के किसानों ने बड़ा निर्णय लिया है। किसान नेताओं ने महापंचायत में 8 फरवरी को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। ट्रैक्टर और पदयात्रा कर किसान दिल्ली कूच करेंगे। किसानो की इस पद यात्रा में हजारों टैक्टर होंगे। किसान अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से अड़े है। दोनों जगह धरना प्रदर्शन चल रहा है। किसानों का का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद कर रहा है। किसानों की संख्या को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण पर भारी पुलिस बल को तैनात किया गया था।
सुखबीर खलीफा ने भाषण में ये कहा
भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा ने कहा कि नोएडा प्राधिकरण और एनटीपीसी पर 50 दिनों से अधिक समय से धरना चल रहा है। ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर पिछले 4 दिनों से धरना शुरू हुआ है। पहले यह महापंचायत एक फरवरी को होने वाली थी। लेकिन मौसम खराब होने के कारण महापंचायत शुक्रवार को की गई। महापंचायत में दिल्ली जाने का ऐलान किया गया है। किसान दिल्ली जाने पर मजबूर हैं। दिल्ली कूच में महिलाएं और युवा भी शामिल होंगे।
रोकने पर चिल्ला बॉर्डर पर देंगे धरना
किसान नेता सुखबीर खलीफा ने कहा अगर किसी ने रोका तो चिल्ला बॉर्डर पर धरना होगा। इससे पहले कृषि कानून को लेकर भानु संगठन चिल्ला बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शनकर चुका है। अगर किसान वहां बेठे तो दिल्ली जाने वाले लोगो को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जनप्रतिनिधियों के लिए क्या बोले किसान नेता
सुखबीर खलीफा ने कहा कि जिले को चलाने वाले जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी कई बार अवगत करवाया गया, हर बार उन्होंने भी किसानों को मुद्दे को दरकिनार किया है। दिल्ली जाने के दौरान अगर किसी ने रोकने की कोशिश की तो गाजीपुर बॉर्डर की तरह चिल्ला बॉर्डर पर धरना शुरू कर दिया जाएगा। किसानों ने साफ कहा है कि मांगें पूरी होने तक वह प्राधिकरण कार्यालय को बंद रखेंगे। उधर, लगातार दो दिनों से प्राधिकरण दफ्तर में अधिकारियों को प्रवेश नहीं करने देने से कामकाज प्रभावित हो रहा है। कोई समाधान अभी तक किसानो का नही निकल पाया है।