गौतमबुद्धनगर सांसद के पत्र की होगी जांच, बीजेपी के विभीषण नेता से जल्द उठेगा पर्दा
नोएडा : गौतमबुद्धनगर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के एक पत्र से गौतमबुद्धनगर की राजनीति गरमा गयी है।पत्र में सांसद ने जिले के एक बड़े नेता पर श्रीकांत त्यागी मामले को तूल देकर कानून व्यवस्था ख़राब करने का आरोप लगाया है और जांच की मांग की गयी है।हालाँकि पत्र किसी को सन्दर्भित नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द सांसद के पत्र पर गुप्त जांच सरकार करा सकती है। जांच में नाम साफ़ होने के बाद कई रहस्य खुलने की उम्मीद है।
सांसद ने क्या लिखा है पत्र में
मुझे मेरे वरिष्ठ साथी एवं सांसद मेरठ श्री राजेन्द्र अग्रवाल जी का फोन आया कि ओमेक्स सोसाईटी में पीड़ित महिला उनकी रिश्तेदार है व उनकी मदद की अपेक्षा की मैनें पुलिस के एडिशनल पुलिस कमिश्नर व एडीसीपी से फोन पर वार्ता की उसके उपरांत पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे। मैं अपने पारिवारिक कार्यक्रम को छोड़कर जिलाध्यक्ष श्री मनोज गुप्ता एवं एनईए के अध्यक्ष श्री विपिन मल्हन के साथ तत्काल घटना स्थल पर पहुंचा तो देखा वहां पर अफरा तफरी का माहौल था और वहां हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे डरे हुए व अति आक्रोशित थे। स्थिति की गंभीरता को भांपकर मैने प्रमुख गृह सचिव श्री अवनीश अवस्थी को फोन किया व घटना की जानकारी दी। लगभग 3-4 मिनट में ही उनका फोन आया कि जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त वहां पहुंच रहे हैं और लगभग 30 मिनट में ये दोनों अधिकारी व विधायक श्री पंकज सिंह जी भी वहां पहुच गये। उसके बाद से ही मेरे खिलाफ सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा दुष्प्रचार एवं आतिया फैलायी जा रही है कि मैं किसी एक समाज के खिलाफ बोल रहा हूँ, ऐसी चीजों को देखकर व सुनकर मेरा मन दुःखी हुआ है मैं इस क्षेत्र का ऋणी हूँ कि जाति बिरादरी से ऊपर उठकर इस क्षेत्र की जनता का स्नेह प्राप्त हुआ। मुझे 39 वर्ष इस शहर में रहते हुए हो गये है मैंने कभी धर्म, जाति बिरादरी की राजनीति नही की है और वर्तमान विषय में मैं कहना चाहता हूँ कि श्रीकांत त्यागी के परिवार के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है त्यागी समाज हमेशा से मेरा व भाजपा का समर्थक रहा है व मैने एक भी शब्द त्यागी समाज के खिलाफ नही बोला है। एक स्थानीय राजनेता व अधिकारी के संरक्षण में चल रहे एक लोकल यूट्यूब चैनल व अलग अलग संस्थाओं के लेटर पेड़ पर एक ही व्यक्ति एक ही पेन,एक ही लिखावट (कापी संलग्न) । यह इंगित करता है कि कुछ लोग इसमें विशेष रूचि लेकर स्थिति को खराब कर रहें है व पार्टी को बदनाम कर रहे है तथा योगी जी के नेतृत्व में चल रही सख्त कानून व्यवस्था पर भी प्रश्न चिन्ह उठा रहे है। इस विषय की जांच होनी चाहिए। अपराधी व पीड़ित को किसी धर्म व जाति से जोड़कर देखना उचित नहीं है। मेरा उद्देश्य किसी व्यक्ति विशेष जाति या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है।
ऐसे मामलों में गुप्त होती है जांच
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष अनुराग शर्मा ने बताया कि श्रीकांत त्यागी केस के बहाने सांसद महेश शर्मा की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है, हमने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच करने की मांग की है। बीजेपी नेता का आरोप है कि ऐसे मामलों में गुप्त जांच होती है, लोकल इंटेलिजेंस पुलिस ने अपनी गुप्त जांच पूरी कर ली है ।