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काला धंधाः हवाला के कारोबार में चार जालसाजों को पुलिस ने दबोचा, दस लाख रुपये नगद मिले, नहीं दे सके हिसाब

देश के विभिन्न हिस्सों समेत विदेश में भी रुपये भेजने का करते थे अवैध कारोबार, काले धन को सफेद करने का भी देते थे झांसा

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-39 नोएडा की पुलिस ने जालसाजी करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया। उनके पास से दस लाख रुपये और कई जाली आधार कार्ड भी मिले हैं। आरोपी खुद के पास मिले रुपयों के बारे में पुलिस को कोई संतोषजनक जानकारी नहीं दे सके। उनके पास से जो कार बरामद हुई है वह सीजशुदा निकली है।

कैसे पकड़े गए

गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थानीय शहरी निकाय चुनाव के चलते पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में कड़ी चेकिंग चल रही है। इसका मकसद  स्थानीय नगर निकाय चुनाव को सकुशल पूरा कराना है। चेकिंग के तहत लगातार संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की कड़ी जांच की जा रही है। इसी चेकिंग अभियान के दौरान रविवार-सोमवार थाना सेक्टर-39 नोएडा की पुलिस ने मैनुअल इंटेलीजेंस और गोपनीय के जरिये बोटोनिकल गार्डन ऑटो स्टैंड के पास से जालसाजी करने वालों के बारे में सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। वहां एक एसेंट कार संदिग्ध अवस्था में खड़ी मिली। उसमें चार लोग बैठे हुए थे। पुलिस ने उनसे पूछताछ की और कार की तलाशी ली तो उसमें से दस लाख रुपये निकले। कार सीजशुदा निकली। वे रुपयों के बारे में पुलिस को संतोषजनक जवाब नहीं सके। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गई।

कौन हैं पकड़े गए आरोपी

पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान राजीव शर्मा, संदीप राणा, विशाल कुमार अग्रवाल और विजय गुप्ता के रूप में हुई है। राजीव शर्मा करीब 50 साल का है। वह डीएफ 925 गली नं0-2, आर्यनगर धरोडा, थाना धरोडा, जिला करनाल (हरियाणा) का निवासी है। संदीप राणा करीब 43 साल का है। वह फाजिलपुर, थाना कोतवाली, जिला सोनीपत (हरियाणा) का रहने वाला है। विशाल कुमार करीब 47 साल का है। वह कस्बा मवाना, थाना मवाना, जिला मेरठ का निवासी है। विजय गुप्ता करीब 30 वर्ष का है। वह आदर्श कॉलोनी, दाउदपुर, थाना कोतवाली, जिला अलवर (राजस्थान) का निवासी है।

क्या है इनका अपराध 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपी हवाला के रुपयों का अवैध रूप से लेन-देन करते हैं। उनका यह लेनदेन भारत के विभिन्न शहरों के अलावा विदेश में अवैध रूप से रुपयों को भेजने का कालाधंधा करते थे। इसके लिए वे बाहर अन्य देशों में बालाजी इंजीनियर्स एण्ड कन्सट्रक्शनस बीकानेर राजस्थान के नाम की कंपनी का पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में खोले गए खाते के माध्यम से मोबाइलों और टैबलेटों से काले धन को इधर-उधर ट्रांसफर कर सफेद धन में बदलते थे। इस मामले की जब पुलिस को मैनुअल इंटेलीजेंस से गोपनीय जानकारी मिली। इस जानकारी पर पुलिस ने चेकिंग अभियान को और कड़ा कर दिया। इससे चारो आरोपी पकड़ में आ गए।

क्या मिला इनके पास से  

पकड़े आरोपियों और जिस कार में वे बैठे थे उनकी तलाशी लेने पर उनके पास से 10 लाख रुपये,  28 आधार कार्ड (25 जाली और 3 आरोपियों के),  दो टैब, पांच मोबाइल फोन (इनका उपयोग वे रुपयों को ट्रांसफर करने में करते थे),  सीजशुदा कार (हरियाणा के रेवाड़ी जिले में पंजीकृत) मिली है। पुलिस ने उनके खिलाफ भादवि धारा 419, 420, 467, 468, 471,120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। पुलिस आरोपियों के अन्य आपराधिक इतिहास के बारे में अन्य थानों से जानकारी इकट्ठा कर रही है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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