ब्लैक लिस्टेडः पार्किंग ठेके के बकायेदार ठेकेदार काली सूची में डाले गए, नया ठेका मिलना मुश्किल
नोएडा विकास प्राधिकरण का विभिन्न ठेकेदारों पर पिछले तीन सालों का बकाया है 20 करोड़ रुपये, नहीं दे रहे हैं
नोएडा। नोएडा विकास प्राधिकरण ने अपने पुराने बकायेदार पार्किंग ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है। इन्हें प्राधिकरण का बकाया राशि जमा नहीं करने पर ये कार्यवाही की गई है। नोएडा विकास प्राधिकरण के अधिकारी बताते हैं कि इन्हें किसी भी दशा में पार्किंग के नए ठेके नहीं दिए जाएंगे।
क्या है मामला
नोएडा विकास प्राधिकरण ने पहली जनवरी 2020 से 30 नवंबर 2022 तक शहर के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग के ठेके के टेंडर जारी किए थे। कलस्टर 1 , 3 और 5 के तहत वर्ग सर्किल 1,2,3,4,5,8,9 में जिन ठेकेदारों के टेंडर स्वीकार किए गए थे उन्हें पार्किंग अलॉट कर दी गई थी। ठेकेदारों का ठेका बड़े आराम से करीब तीन साल तक चलता रहा। उन्होंने वाहन पार्क करने वालों से धनराशि तो वसूल लिए लेकिन नोएडा विकास प्राधिकरण के खाते में उन्होंने एक रुपया भी नहीं जमा किया। ऐसे ठेकेदारों पर नोएडा विकास प्राधिकरण का करीब 20 करोड़ रुपया बकाया हो गया। इन तीन सालों में ऐसे ठेकेदारों से नाम मात्र के लिए कभी-कभार रुपये वसूलने की कोशिश तो हुई लेकिन इनकी लॉबी इतनी तगड़ी और उनकी पहुंच इतनी ऊपर तक है कि जिस अधिकारी को बकाया वसूली के लिए जिम्मेदारी दी गई थी उस अधिकारी से इन्होंने उनसे बकाया वसूली की जिम्मेदारी से ही मुक्त करा दिया। फिर प्राधिकरण ने किसी अन्य अधिकारी को बकाया वसूली की जिम्मेदारी नहीं दी। बीच-बीच में वसूली की खानापूर्ति जरूर होती रही लेकिन कोई ठोस कारगर उपाय नहीं अपनाए गए। खानापूर्ती के तहत ही बकायेदार सभी पार्किंग ठेकेदारों को नोएडा विकास प्राधिकरण के ट्रैफिक सेल ने 31 अगस्त तक बकाये की धनराशि जमा करने का नोटिस दिया था लेकिन किसी ने कोई राशि जमा नहीं की है। ठेकेदार भी बकाये के मामले को लंबा खींचने के लिए अदालत में चले गए।
30 नवंबर तक है ठेके की अवधि
जिन ठेकेदारों को पार्किंग का ठेका आवंटित किया गया था उसकी मियाद 30 नवंबर 2022 तक ही है। अब 30 नवम्बर के बाद शहर की 54 सरफेस पार्किंग का ठेका स्वतः समाप्त हो जाएगा। 30 नवंबर के बाद नए पार्किंग ठेके के लिए टेडर जारी होने हैं। इसके बाद नए ठेकेदारों को ठेका दिया जाना है। नोएडा विकास प्राधिकरण के संबंधित अधिकारी बताते हैं कि बकायेदार ठेकेदारों और ब्लैकलिस्टेड किए गए ठेकेदारों को नया ठेका किसी भी दशा में नहीं दिया जाएगा।