×
crimeउत्तर प्रदेशगौतम बुद्ध नगरग्रेटर नोएडानोएडानोएडा वेस्ट

भंडाफोड़ः एक और शातिर चोर गिरोह का हुआ भंडाफोड़, पांच बदमाशों को पुलिस ने दबोचा

पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी के 43 मोबाइल फोन और गहने किए बरामद, पकड़े गए सभी आरोपी 19 व 29 वर्ष के बीच के

नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट थाना सेक्टर-39 नोएडा की पुलिस ने शातिर चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए इसके पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी आरोपी 19 से 29 साल के बीच के हैं। पुलिस ने इन्हें पकड़ने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग किया था।

कौन लोग हैं पकड़े गए गिरोह के सदस्य

पुलिस ने जिन पांच लोगों को निर्माणाधीन गोदरेज अपार्टमेन्ट के सामने सदरपुर गांव की तरफ जाने वाली सड़क से गिरफ्तार किया है उनकी पहचान आकिल उर्फ अनीश (उम्र 28 वर्ष), आरिफ (उम्र 29 वर्ष), फिरोज खान (उम्र 19 वर्ष), रिक्की (उम्र 22) और अमित कुमार (उम्र 22 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस ने इन्हें रंगेहाथ मौके से गिरफ्तार किया।

कहां के रहने वाले हैं आरोपी

पकड़ा गया आकिल उर्फ अनीश मूल रूप से ग्राम गोला, थाना टप्पल, जिला अलीगढ़ का निवासी है वह वर्तमान में काशीराम कॉलोनी, सेक्टर-45, नोएडा में रहता था। आरिफ मूल रूप से ग्राम बरालोकपुर, थाना चोखिया, जिला इटावा का निवासी है। वह वर्तमान में विशेष का मकान, आरके पब्लिक स्कूल के पास, ग्राम सदरपुर में रहता था। फिरोज खान मूल रूप से ग्राम सालेहपुर, थाना गुलावटी, बुलंदशहर जिले का निवासी है वह वर्तमान में खजूर कॉलोनी, थाना सेक्टर-39, नोएडा में रहता था। रिक्की मूल रूप से मोहल्ला सुभाष नगर, बरेली का निवासी है। वह वर्तमान में गली नं0 45, बीरू यादव का मकान, खजूर कॉलोनी, थाना सेक्टर-39, नोएडा में रहता था। अमित कुमार मूल रूप से ग्राम आलम नगर, थाना बहादुरगढ़, जिला हापुड़ का निवासी है। वर्तमान में गली नं0 44, खजूर कॉलोनी, थाना सेक्टर-39, नोएडा में रहता था।

क्या था इनके चोरी करने का तरीका

पुलिस प्रवक्ता ने इन्हें शातिर किस्म का चोर बताया है। वे रात में मकानों में घुसकर मोबाइल,  गहने, नगदी और सामान चुराते थे। उन्होंने थाना सेक्टर-39 क्षेत्र के अंतर्गत कुछ दिन दिन पहले चोरी की थी  जिसमें उन्होंने चार मोबाइल फोन, चांदी के दो बिछुए, दो चांदी की अंगूठी चुराए थे।

कैसे आए पकड़ में

चोरी की घटनाओं के पर्दाफाश के लिए थाना सेक्टर-39 की पुलिस ने कई टीमों का गठन किया था। इनमें से एक टीम ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के माध्यम से डाटा एकत्र किया। आसपास के क़रीब 50 सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। उनकी फुटेज चेक की जांच की। बीट पुलिसिंग के माध्यम से लोकल इंटेलिजेंस से जानकारी ली और संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की तगड़ी चेकिंग की गई। इन उपायों के अलावा पुलिस ने पुराने अपराधियों के डोजियर की जांच की। इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस टीम और मैनुअल इंटेलीजेंस और गोपनीय सूचना के आधार पर चोरी घटनाओं का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

क्या हुआ इनके पास से बरामद

पकड़े गए आरोपियों के पास से चोरी के विभिन्न कंपनियों के 43 मोबाइल फोन, चांदी के दो बिछुए, दो चांदी की अंगूठी, चोरी की एक्टिवा स्कूटी बरामद हुए हैं।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Related Articles

Back to top button
Close