भंडाफोड़ः घरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, माल खरीदने वाले दुकान समेत चार गिरफ्तार
बंद घरों की पहले करते थे रेकिंग, अपने मनमाफिक पाकर गिरोह के सदस्य देते थे चोरी को अंजाम, चोरी का काफी माल बरामद
नोएडा। पुलिस ने एक ऐसे घरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो चोरी के पहले घरों का रेकिंग करता था। फिर अपने मनमाफिक घर पाकर गिरोह के सदस्य चोरी कर घर का सारा सामान चुरा लेते थे। पुलिस ने चोरी का माल खरीदने वाले दुकानदार समेत गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह 50 से अधिक घरों को अपना निशाना बना चुका है। विभिन्न थानों में गिरोह के खिलाफ चार दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं।
कौन हैं पकड़े गए लोग
यहां सोमवार को मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए नोएडा के एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर 49 पुलिस ने घरों का ताला तोड़कर चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने घरों के ताले तोड़कर चोरी करने के आरोप में चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इन्हें पुलिस ने बुध बाजार तिराहे के पास बने कूड़ाघर के सामने सेक्टर 49 नोएडा से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने सोमवार को जिन लोगों को गिरफ्तार किया है उनकी पहचान विक्रम मूल निवासी ग्राम बिलौंद थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान और वर्तमान निवासी जीतपाल का मकान ग्राम बरोला थाना सेक्टर 49 नोएडा, दूसरा जीत सिंह मूल निवासी ग्राम अडौली जिला बुलन्दशहर और वर्तमान पता जीतपाल का मकान ग्राम बरोला थाना सेक्टर 49 नोएडा तीसरा मोनू सिंह मूल निवासी ग्राम बिलौंद थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान वर्तमान पता ग्राम सोरखा थाना सेक्टर 113 नोएडा और विशाल मूल निवासी ग्राम बिलौंद थाना कामा जिला भरतपुर राजस्थान वर्तमान पता संदीप चौहान का मकान, चौहान चौपाल ग्राम बरोला थाना सेक्टर 49 नोएडा के रूप में हुई है।
क्या हुआ इनके पास से बरामद
एडीसीपी ने बताया कि पकड़े आरोपियों के पास से थाना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों और घरों से चुराए गए पांच एलईडी, तीन मोबाइल फोन, चांदी का बिस्कुट, एक लैपटॉप, एक टैबलेट, एक सोने का गले का हार, सोने की एक जोड़ी टॉप्स, सोने की एक जोड़ी झुमकी, सोने की अंगूठी, सात हाथ की घडियां, चार अवैध चाकू, चोरी की घटनाओं मे प्रयुक्त उपकरण और 20 हजार 400 रुपये नगद बरामद हुए हैं। विक्रम और विशाल को चोरी के मामले में ही थाना सेक्टर 39 नोएडा की पुलिस गैंगस्टर के मुकदमें में जेल भेज चुकी है।
कैसे देते थे चोरी की वारदात को अंजाम
गिरोह के सदस्य विभिन्न थाना क्षेत्रों में पहले घरों की रेकी करते थे। वे जिस घर में अधिक दिन तक ताला बंद पाते या किसी घर के सदस्य घर में ताला बंद कर कहीं बाहर या रिश्तेदारी में गए हुए होते हैं तो वह घर गिरोह के सदस्यों के मनमाफिक होता था। जो सदस्य रेकी करते थे वे अपनी जानकारी गिरोह के अन्य सदस्यों को देते थे। फिर ये सदस्य घर का ताला तोड़कर सारा माल चुरा लेते थे।