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भंडाफोड़ः ठक-ठक गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने दबोचा, महिला आरोपी को पुलिस कर रही तलाश

दिल्ली, एनसीआर व आसपास के जिलों में बंद लक्जरी वाहनों का शीशा तोड़कर चुरा लेते थे कीमती सामान, वारदार को अंजाम दे भाग जाते थे चेन्नई

नोएडा। नोएडा थाना सेक्टर 39 की पुलिस ने कमिश्नरेट में सक्रिय ठक-ठक गिरोह का भंडाफोड़ कर इसके चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह बंद कार व वाहनों से शीशे तोड़कर लैपटाप समेत अन्य कीमती सामान चुरा लेते थे। इस गिरोह के अधिकांश सदस्य चेन्नई के हैं। वारदात को अंजाम देने के बाद वे चेन्नई भाग जाते थे। इससे वे पुलिस की पकड़ से बाहर थे।

 

 

कौन हैं पकड़े गए आरोपी

यहां सेक्टर 39 थाने में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए एडिशनल डीसीपी शक्ति अवस्थी ने गिरोह के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गिरोह कार्य करने का तरीका भी बताया। उन्होंने बताया कि आज मंगलवार को थाना सेक्टर 39 नोएडा की पुलिस ने ठक ठक गिरोह के चार कथित चोरों को गिरफ्तार किया। इनमें पहला  संजय उर्फ माईकल निवासी डी-114 मदनगीर थाना अम्बेडकर नगर दिल्ली, दूसरा अमित निवासी मकान नंबर 229 ब्लाक एच-1 मदनगीर थाना अम्बेडकर नगर दिल्ली, तीसरा विक्रम निवासी ब्लाक ए-फर्स्ट मकान नंबर -241 मदनगीर दिल्ली और चौथा विग्नेश उर्फ विक्की निवासी मकान नंबर 42 जीवन पार्क ब्लाक डी-2 गली नं0 2ए उत्तम नगर दिल्ली को मेट्रो फ्लाई ओवर के नीचे सेक्टर 44 से गिरफ्तार किया।

कैसे करते थे अपराध

उन्होंने बताया कि ठक-ठक गिरोह चेन्नई का एक गिरोह है। इस गिरोह में शामिल अधिकांश सदस्य चेन्नई के ही निवासी हैं। वे चोरी की वारदात को अंजाम देने के  बाद चेन्नई भाग जाते हैं। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने हाल ही में चेन्नई में भी इस प्रकार की चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।

लग्जरी वाहनों का शीशा तोड़ करते हैं चोरी

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में भीड़भाड़ वाले इलाकों व बाजारों में खड़ी गाडियों के शीशे तोड़कर लैपटॉप व अन्य कीमती सामान चुरा लेते थे। गिरोह का सरगना संजय उर्फ माईकल है। यह अपने साथियों के साथ मिलकर लैपटॉप व सामान भारी मात्रा में चुराकर संजय उर्फ माईकल की पत्नी सिमरन, शशि, राजेश और विशाल के माध्यम से नेहरू प्लेस दिल्ली में बेच देते थे।

पॉश इलाकों में रहते हैं

उन्होंने बताया कि ठग-ठक गिरोह के सदस्य दिल्ली के पॉश इलाकों में किराये पर फ्लैट लेकर रहते हैं। वे ऐसा इसलिए करते हैं ताकि उनकी गतिविधियों पर कोई शक नहीं कर सकें।

मकोका के तहत हो चुकी कार्रवाई

उन्होंने बताया कि इस गैग के सक्रिय सदस्य राहुल के विरूद्व दिल्ली पुलिस मकोका अधिनियम के तहत कार्यवाही कर चुकी है। दिल्ली पुलिस संजय उर्फ माईकल को तलाश भी कर थी। वह दिल्ली में किए गए विभिन्न वारदातों में दिल्ली पुलिस को उसकी तलाश थी।

दो स्कूटी पर चलते थे

उन्होंने बताया कि ठक-ठक गिरोह के सदस्य एक साथ दो स्कूटी पर सवार होकर चलते हैं। पहला स्कूटी सवार गाड़ियों की रैकी कर उसे चिन्हित कर दूसरे स्कूटी पर सवार सदस्यों को बता देता था कि किस गाड़ी में सामान और लैपटॉप रखा है।

गुलेल में छर्रे लगाकर तोड़ते थे शीशा

ठक-ठक गिरोह के बदमाश एनसीआर और एनसीआर के आसपास के जिलों के बाजार, मॉल सहित अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों के बाहर खड़ी गाड़यों में रखे बैग को चिन्हित कर गुलेल में छर्रे लगाकर शीशा तोड़कर बैग और लैपटॉप चुरा लेते थे। वे चुराए गए बैग और लैपटॉप को बेच देते थे। उन्होंने बताया कि पकड़े गए गिरोह के सदस्यों के खिलाफ थाना सेक्टर 39 पुलिस गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्यवाही करेगी।

एक सौ अधिक वारदातें कबूली

उन्होंने बताया कि अभी तक की पूछताछ में पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने दिल्ली और एनसीआर में एक सौ से अधिक वारदातों को अंजाम देना कुबूल किया है।

सीसीटीवी फुटेज में भी हैं कैद

उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले के 20 से अधिक स्थानों के सीसीटीवी फुटेज में आरोपी गाड़ियों के शीशे तोड़कर सामान चुराते हुए कैद हैं।  इसमें सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई आरोपी विक्की द्वारा पहनी गई हुड्डी भी पुलिस ने बरामद कर ली है।

इसे तलाश कर रही पुलिस

पुलिस पकड़े गए आरोपी संजय उर्फ माइकल की पत्नी सिमरन को तलाश रही है। वह गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी की भनक पाते ही फरार हो गई है।

शातिर अपराधी हैं पकड़े गए आरोपी

उन्होंने बताया कि पकड़े गए ठक-ठक गिरोह के सदस्यों के खिलाफ दिल्ली, एनसीआर और आसपास के जिलों के विभिन्न थानों में प्रत्येक के खिलाफ चोरी की विभिन्न धाराओं में दर्जनों मुकदमें दर्ज हैं। इन्हें उन जिलों के थानों की पुलिस तलाश भी कर रही थी।

क्या हुआ आरोपियों के पास से बरामद

उन्होंने बताया कि पकड़े आरोपियों के पास से 27 लैपटॉप, चार बैग खाली, एक डिब्बे में दो छोटी कटोरी व एक चम्मच, एक कैनवास कंपनी का कैमरा बैग समेत, लैपटॉप चार्जर, 6 गुलेल, 61 लोहे के छर्रे, 5 डिब्बियों में बंद छर्रा, 6 खाली बैग एवं नगद 3500 रुपये, एक आईफोन मोबाइल चार्जर, दो ओपो मोबाइल फोन चार्जर, विदेशी करेंसी, एक स्मार्ट वॉच, एक आइपॉट एयरफोन, 5 वॉच, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, 17 अलग अलग कम्पनियों के चश्मे, एक प्लेसिरीज एडोप्टर,एक हरबन कम्पनी का स्पीकर, डाटा केबल, एयरफोन, एक की बोर्ड, लाइफकेयर कम्पनी, चार मोबाइल, दो सीज शुदा घटना में प्रयुक्त स्कूटी बरामद हुई है।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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