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एक्स पर ट्रेंड हुआ चार बड़ी फार्मा कंपनियों के MD पद पर एक ही महिला की नियुक्ति का मामला

क्या सरकार की फार्मा कंपनियों में भ्रष्टाचार रोकने का कोई उपाय नहीं ?

नई दिल्ली : सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर चार बड़ी फार्मा कंपनियों के MD पद पर एक ही महिला की नियुक्ति का मामला काफी देर तक ट्रेंड पर रहा। ट्विटर पर लोगों ने सरकार से सवाल पूछा है कि फार्मा कंपनियों में भ्रष्टाचार रोकने का कोई उपाय क्यों नहीं है।

डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल के अंतर्गत आने वाली कंपनियों में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (KAPL), इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (IDPL), हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड (HAL), बंगाल केमिकल एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (BCPL) और राजस्थान ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (RDPL) शामिल हैं. इन कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी 51 फीसदी से ज्यादा है यानी सरकार इन कंपनियों को अपने हिसाब से मैनेज करती है।डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्यूटिकल्स के अंतर्गत आने वाली कंपनी हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड (HAL) में MD के पोस्ट पर कई सालों से एक ही महिला अधिकारी की नियुक्ति हुई. सरकार के मुताबिक यह पद 5 साल के लिए ही होता है लेकिन वो यहां साल 2016 से लेकर अभी तक यानी करीब 8 सालों से काम कर रही हैं. 5 साल का एक टर्म पूरा होने के बाद उन्हें डिपार्टमेंट की ओर से फिर 5 साल का एक्सटेंशन दिया गया था।
HAL के MD के रूप में काम करते हुए इस महिला को राजस्थान ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (RDPL) का एडिशनल चार्ज दिया गया. जब उन्हें RDPL का चार्ज मिला तो कंपनी करीब 250 करोड़ के नुकसान में थी लेकिन इन्होंने भी कंपनी को बचाने और संवारने के लिए कुछ खास कदम नहीं उठाए और कंपनी बंद हो गई. इसके बावजूद HAL की एमडी के पद पर रहने के दौरान ही उन्हें इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (IDPL) और बंगाल केमिकल एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (BCPL) का एडिशनल चार्ज दिया गया। भारत सरकार की ये दोनों कंपनियां भी लंबे समय से नुकसान में ही चल रही है।

KAPL के एमडी की मौत के बाद मिला महिला अधिकारी को एडिशनल चार्ज

अब हाल ही में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड (KAPL) के एमडी सुनील कैमल की मृत्यु के बाद उसी महिला को KAPL का भी एडिशनल चार्ज दिया गया। दरअसल, 25 मार्च 2024 को कैंसर पीड़ित सुनील कुमार की मृत्यु हो गई. कैंसर जैसी घातक बीमारी का असर उन्होंने कंपनी के काम पर नहीं आने दिया था.

जब इन्हें KAPL की कमान मिली तब कंपनी का टर्नओवर 300 करोड़ रुपये था लेकिन इनके जबरदस्त काम ही असर रहा कि इनके 5 सालों के कार्यकाल में कंपनी का टर्नओवर 200 करोड़ बढ़कर 500 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था. जुलाई 2024 में इनका कार्यकाल पूरा होने वाला था. कंपनी के प्रॉफिट को देखते हुए यह लगने लगा था कि सुनील कैमल के कार्यकाल को विस्तार दिया जा सकता है लेकिन कार्यकाल पूरा होने के 3 महीने पहले ही 25 मार्च 2024 को इनकी मृत्यु हो गई। इनकी मृत्यु के अगले दिन ही 26 मार्च 2024 को इस महिला को KAPL का एडिशनल चार्ज दे दिया गया।

एक्स पर लोगों ने भारत सरकार से कर डाली बड़ी मांग
एक्स पर लोगों ने भारत सरकार से महिला अधिकारी को हटाने की मांग कर जांच की मांग की है। सरकार से जांच की मांग को लेकर करीब आधा घंटे तक ये मुद्दा ट्रेंडिंग पर रहा। अब देखना ये है कि सरकार इस पर क्या कार्रवाई करती है।

Aashish Gupta

आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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आशीष गुप्ता ने जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया है और राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद वह राष्ट्रीय सहारा, दैनिक जागरण जैसे देश के प्रमुख समाचार संस्थानों में कार्यरत रहे। 2015 में पीआर कंपनी मेक यू बिग मीडिया प्राइवेट की स्थापना करने के बाद 2021 में फ़ेडरल भारत की शुरुआत की।

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