नोएडा में अमूल आइसक्रीम में कनखजूरा का मामला: अमूल कंपनी ने वापस मांगा आइसक्रीम टब, अमूल पर होगा केस दर्ज
नोएडा में खराब क्वालिटी वाली आइसक्रीम के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक तरफ महिला दावा कर रही है कि उन्होंने जब आइसक्रीम मंगाई तो उसके अंदर कनखजूरा निकला, जबकि अमूल कंपनी इस बात से साफ इनकार कर रही हैं। जांच के लिए अमूल कंपनी की टीम महिला के घर में पहुंची और उनसे सैंपल देने के लिए कहा। अमूल का दावा है कि डिब्बा देने से इनकार कर दिया गया और टीम को वापस लौटना पड़ा, जबकि महिला ने इसे पूरी तरह झूठ करार दिया। उन्होंने कहा कि मांगने पर डिब्बा दे दिया दिया था। इस मामले पर अमूल ने एक्स (ट्विटर) पर एक लंबा पोस्ट डालकर अपना पक्ष रखा है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि नोएडा में एक महिला ने दावा किया है कि उसने एक इंस्टेंट डिलीवरी ऐप के माध्यम से ऑर्डर की गई आइसक्रीम टब के अंदर सेंटीपीड पाया है, जिन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले की जानकारी मिलते ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की टीम ने सेक्टर-22 स्थित डिलीवरी एप के स्टोर पहुंचकर सभी आइसक्रीम बेचने पर रोक लगा दी है। आइसक्रीम का सैंपल की जांच होगी। विभाग ने आइसक्रीम बनाने वाली कंपनी और डिलिवरी एप के खिलाफ भी केस दर्ज कराने की बात कही है।
अमूल ने अपने एक्स पर क्या कहा ?
अमूल ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 15 जून 2024 को नोएडा निवासी श्रीमती दीपा देवी ने सोशल मीडिया पर अमूल की आइसक्रीम के डिब्बे के ढक्कन पर एक अनजान चीज देखने की शिकायत दर्ज की। अमूल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और दोपहर 3:43 बजे उन्हें ग्राहक का नंबर मिला। श्रीमती दीपा उज्ज्वल उन्नति फाउंडेशन की सीईओ हैं और उनके 26,000 से अधिक फेसबुक फॉलोअर्स हैं। अमूल ने इस घटना के लिए माफी भी मांगी। वे लगातार संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे। रात 9:30 बजे उनसे मिलने की अनुमति मिली। बातचीत में अमूल ने अपने आईएसओ प्रमाणित संयंत्रों और गुणवत्ता प्रक्रियाओं के बारे में बताया। उन्होंने श्रीमती दीपा को संयंत्र दौरा करने के लिए भी अमूल फैक्टरी मे बुलाया गया।