केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग से बिजली कंपनियों को लगा बड़ा झटका
देश भर के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर
नई दिल्ली। केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने देश के विजली उपभोक्ताओं के हित में बहुत बढ़ा फैसला दिया है। यह अब तक का महंगी बिजली विवाद पर सबसे बड़ा फैसला माना जा रहा है। बिजली कंपनियां इंडियन एनर्जी एक्सचेंज के तहत बिजली कंपनियां 12 रुपये से 17 रुपये तक में बिजली बेच रही थीं। लेकिन केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने बिजली कंपनियों को तगड़ा झटका देते हुए निर्णय दिया है कि वे अब अधिकतम 12 रुपये प्रति यूनिट से अधिक में बिजली नहीं बेचें। वह भी बिजली कंपनियां तभी 12 रुपये प्रति यूनिट बिजली तभी बेच सकंगी जब वह विदेशी कोयले की खरीद करें।
एक तरह से केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने 12 रुपये प्रति यूनिट अधिकतम बिजली का दाम तय कर दिया है। यह तब संभव हुए जब विद्युत उपभोक्ता परिषद और यूपीपीसीएल की मुहिम ने बकायदा बिजली के दाम कम करने के लिए मुहिम चला रही थीं। उनकी मुहिम अब रंग लाई है। यह देशभर के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर है।
पहली अप्रैल 2022 के बाद 12 रुपये के अधिक बिजली बेचने वाली कंपनियों से केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग ने जवाब तलब किए थे कि वे महंगी बिजली क्यों बेच रही हैं। केंद्रीय विद्युत नियामक आयोग में दो दिनों में इसका जवाब मांगा था।