सीईओ ने नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों का किया दौरा, कई स्थानों पर मिली खामियां
कई स्थानों पर मिली खामियां, संबंधित अधिकारी और एजेंसी पर पेनाल्टी व जुर्माना लगाने के निर्देश
नोएडा। नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने सोमवार को नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों को दौरा किया। इस दौरे में उनके साथ प्राधिकरण के कई अधिकारी भी थे। उन्होंने इस दौरान संबंधित अधिकारियों को कर्मचारियों को कई निर्देश भी दिए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में चल विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य रूप से नोएडा के 5, 9, 31, 72, 743, 75, 76, 77, 92, 93बी, 168. 80, 81, फेज-2, होजरी कॉम्पलेक्स, हरौला, निठारी, मोरना, पर्थला, खंजरपुर, नगली वाजिदपुर आदि क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को नालों की सफाई आदि के बारे में भी निर्देश दिए।
उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे विकास कार्यों, सफाई, सौन्दर्यीकरण कार्यों की समीक्षा की। सबसे पहले सेक्टर-14ए से प्रस्थान कर उद्योग मार्ग का निरीक्षण किया। फिर वे सेक्टर-5 के आन्तरिक मार्ग निरीक्षण कीं। जहाँ इन्टरलॉकिंग टाइल आदि का कार्य चल रहा था। सेक्टर-49 के मध्य मार्ग सेक्टर-19 व 27 होते हुए एमपी.-1 से एम.पी. 2 मार्ग तक का भ्रमण किया। एमपी- 2 मार्ग पर पहुँचकर ग्राम निठारी के सामने बीओटी के आधार पर निर्मित टॉयलेट का निरीक्षण किया। वहां समुचित साफ-सफाई नहीं पाई गई। इस पर बी.ओ.टी. संविदाकार पर रु० 1 लाख की पेनल्टी लगाने के लिए निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त उपस्थित सफाई कर्मचारी ने वर्दी नहीं पहनी थी। जिसपर संविदाकार को चेतावनी देने के निर्देश दिए।
निठारी मार्ग के भ्रमण के दौरान ग्राम निठारी के सर्विस रोड पर कूड़े के ढेर एवं विभिन्न स्थानों पर बिल्डिंग मैटेरियल पड़ा मिला। जिसकी 3 दिन में सफाई कराने तथा संविदाकार चेन्नई एम.एस.डब्ल्यू पर रु0 5 लाख की पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य निरीक्षक को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त निठारी मार्ग पर ग्रामवासियों ने बिल्डिंग मैटेरियल डालकर अतिक्रमण किया था, जिसको तत्काल हटवाने के लिए वरिष्ठ प्रबन्धक, वर्क सर्किल -3 को निर्देश दिया गया। इसी के साथ ही इस क्षेत्र के सुपरवाइजर को हटाने के लिए तथा वरिष्ठ प्रबन्धक एवं प्रबन्धक को चेतावनी जारी करने के निर्देश दिए। एम.पी.-3 मार्ग का भ्रमण करते हुए एम.पी.-3 मार्ग पर पर्थला चौक पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के कार्यस्थल पर पहुँचकर कार्य का निरीक्षण किया। वहां कार्य की गति धीमी पाई गई। फ्लाईओवर को शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बाद में वापस एम. पी. 3 मार्ग का भ्रमण करते हुए रोड नम्बर 6 का भ्रमण किया। जहाँ स्पैक्ट्रम मॉल के समीप मुख्य सिंचाई नाले की सफाई का कार्य प्रगतिरत पाया गया। मुख्य सिंचाई नाले की सफाई के दौरान नाले की सिल्ट का सीधे ट्रैक्टर में डालकर कार्टेज किया जा रहा था। इस मार्ग पर निर्मित बी.ओ.टी. टॉयलेट का निरीक्षण किया। जहाँ समुचित साफ-सफाई न पाये जाने पर बी.ओ.टी. संविदाकार पर रु० 1 लाख पेनल्टी लगाने के निर्देश दिए।
बाद में सैक्टर-74, 75, 76 के मध्य मार्ग का भ्रमण किया। जहाँ मै० चेन्नई एम.एस.डब्ल्यू द्वारा मैकेनिकल स्वीपिंग प्रगतिरत पाई गई। इसके अतिरिक्त फेस-2 एवं सैक्टर 80 के मध्य 60 मी0 चौड़ी रोड पर मैकेनिकल स्वीपिंग प्रगतिरत पाई गई। डीएससी मार्ग पर जंगल झाड़ियाँ उगी हुई पाई गई। इसी एजेन्सी द्वारा डी.एस.सी. रोड पर सैक्टर-83 व हौजरी कॉम्प्लैक्स पर भी कार्य प्रगतिरत पाया गया। सैक्टर-92 व 93बी के आन्तरिक मार्गों का भ्रमण किया गया। सिंचाई नाले के पुल के पास रोड पर विभिन्न स्थानों पर आर.एम.सी. वेस्ट मैटेरियल पड़ा हुआ पाया गया, जिसको हटवाने के निर्देश दिए।
नगली वाजिदपुर में आन्तरिक गलियों का निरीक्षण किया गया, जहाँ कुछ नालियों में फ्लोटिंग पाई गई। इस सम्बन्ध में प्रतिदिन नालियों से फ्लोटिंग साफ कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। सैक्टर-168 में 100 एम.एल.डी. क्षमता के एस.टी.पी. का भ्रमण किया गया, जहाँ एस.टी.पी. का कार्य पूर्ण पाया गया है तथा ट्रायल रन प्रगतिरत है। परियोजना को Inlet / Outlet सभी प्रकार से संतृप्त कर परियोजना को शीघ्र ही लोकार्पण कराने की तैयारी कराने के लिए निर्देश दिए।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने नौएडा-ग्रेटर नौएडा एक्सप्रेस-वे पर प्रगतिरत विभिन्न अण्डरपासो एवं एक्सप्रेस वे रिसफर्सेसिंग का निरीक्षण किया। एक्सप्रेस-वे के चैनेज 19.400 पर निर्माणाधीन कोण्डली अण्डरपास का कार्य अन्तिम चरण में है, जिसे कि 31 जुलाई तक पूरा करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त एक्सप्रेस-वे के चैनेज 10.300 पर निर्माणाधीन एडवान्ट अण्डरपास को आगामी 15 माह में पूर्ण कराने के निर्देश दिए। यद्यपि संविदाकार द्वारा अवगत कराया गया कि अण्डरपास के अन्तर्गत अभी 30 मीटर पुशिंग अवशेष है, जिसको पूर्ण करने में न्यूनतम 45-50 दिन लगना सम्मावित है। इस सम्बन्ध में 15 सितम्बर तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए गए तथा पूर्ण न किए जाने की दशा में पेनल्टी लगाने हेतु निर्देशित किया। नौएडा-ग्रेटर नौएडा एक्सप्रेस-वे रिसर्फेसिंग के कार्य की गति नगण्य होने के दृष्टिगत परियोजना पर अग्रिम निर्णय लिए जाने हेतु सम्बन्धित वरिष्ठ प्रबन्धक को पत्रावली प्रेषित किये जाने के निर्देश दिए। इनके अलावा एक्सप्रेस वे के 236 चैनेज पर सैक्टर-96 व 126 के मध्य निर्माणाधीन अण्डरपास का निरीक्षण के दौरान संविदाकार द्वारा कार्य की प्रगति से अवगत कराया गया। संविदाकार ने अवगत कराया कि परियोजना के अन्तर्गत स्थल पर Soil में रेत की मात्रा अधिक है, जिससे बॉक्स पुशिंग में समस्या आ रही है। इससे सावधानपूर्वक धीरे-धीरे बॉक्स पुशिंग की जा रही है। कार्य की धीमी गति के दृष्टिगत मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने अप्रसन्नता व्यक्त की। परियोजना का कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इन परियोजनाओं में निर्दिष्ट समय से अधिक विलम्ब होने की दशा में संविदाकारों पर हैवी पेनल्टी अधिरोपित करने तथा नियमानुसार कठोर कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये।