उच्च स्तरीय टीम-9 को मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश
बच्चों के टीकाकरण, वयस्कों के बूस्टर डोज लगाने की मुहिम तेज हो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने, इसके फैलाव को रोकने और बेहतर ढंग से कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने उच्च स्तरीय टीम-9 को कई दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोविड टीके की 31 करोड़ 50 लाख डोज लगाई जा चुकी है। जबकि 11 करोड़ 15 लाख से अधिक कोविड टेस्ट भी किए जा चुके हैं। 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 88.72% वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15 से 17 आयु वर्ग में 95.3% से अधिक किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 67% से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है। 12 से 14 आयु वर्ग में 63% से अधिक बच्चे टीकाकवर पा चुके हैं, इन्हें दूसरे डोज लगाया जाना भी शुरू हो चुका है। बच्चों के टीकाकरण और वयस्कों के बूस्टर डोज लगाए जाने को और तेज किए जाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टीकाकरण की नीति के सफल क्रियान्वयन से उत्तर प्रदेश में कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बना हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में कुल 1621 एक्टिव केस हैं। इसमें 1556 लोग घर पर ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं।इनके स्वास्थ्य पर सतत नजर रखी जाए।
उन्होंने कहा कि अप्रैल के मध्य से एनसीआर व कुछ अन्य जिलों में केस बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में पूरे प्रदेश में 193 नए केस की पुष्टि हुई, जिसमें, गौतमबुद्ध नगर में 66, गाजियाबाद में 36, लखनऊ में 21, मेरठ में 18 और कानपुर नगर में 17 नए केस शामिल हैं। इसी अवधि 159 लोग स्वस्थ भी हुए। जिन जिलों में केस अधिक मिल रहे हैं वहां सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाया जाना अनिवार्य कर दिया है। टेस्ट की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत है। जीनोम सिक्वेंसिंग का काम सतत जारी रखें।
उन्होंने कहा कि गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं/सेवाओं की सहज उपलब्धता के लिए ‘मुख्यमंत्री आरोग्य मेले’ सार्थक सिद्ध हो रहे हैं। रविवार को लगभग 1.63 लाख लोगों ने आरोग्य मेले का लाभ उठाया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित होने वाले आरोग्य मेलों से अधिकाधिक लोगों को लाभान्वित कराया जाए।
उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में अग्निशमन व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें, जिससे अग्नि की घटनाओं से कोई क्षति न होने पाए। पूरे प्रदेश में तत्काल अभियान चलाकर यह कार्य किया जाए। फसलों में आग लगने की दुःखद घटनाओं की भी जानकारी मिल रही है। इसके दृष्टिगत विशेष सावधानी बरतें। सभी फायर स्टेशन पूरी मुस्तैदी से कार्यरत रहें।
उन्होंने कहा कि 3 मई को ईद, परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया का पावन पर्व है। वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस/प्रशासन को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के दृष्टिगत सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। धर्मगुरुओं से संवाद बना कर यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।
उन्होंने कहा कि सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए। हरा चारा-भूसा आदि के समुचित प्रबंध हों। इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है। ऐसे में पशु चारे के लिए भूसे की खरीद का यह सही समय है। गोवंश को गर्मी अथवा धूप से सुरक्षित रखने के प्रबंध किए जाएं। विकासखंड स्तर पर 2000-2500 गोवंश क्षमता वाले एक-एक मॉडल गो आश्रय स्थल स्थापित करने का प्रयास हो।