चिराग पासवान की ‘नव संकल्प महासभा’: बिहार वापसी की तैयारी, शाहाबाद से रणनीति का आगाज़ !

नोएडा : केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में पूरी तरह वापसी के संकेत दिए हैं।
उन्होंने स्पष्ट कहा है कि वे अब किसी सामान्य सीट से चुनाव लड़ेंगे और राज्य के विकास में योगदान देने के लिए स्थानीय राजनीति में ज्यादा सक्रिय होंगे।
8 जून को आरा में बड़ी रैली, शाहाबाद से होगी शुरुआत
चिराग की अगुवाई में रविवार, 8 जून को आरा (शाहाबाद) में एक विशाल ‘नव संकल्प महासभा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली को लेकर पार्टी और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह है। चिराग के बहनोई और जमुई सांसद अरुण भारती ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर लिखा –
“आरा जिला घर बा… कौन चीज के डरबा, शाहाबाद से संकल्प अब हमनी सर बा!”
बीजेपी की शाहाबाद रणनीति में चिराग की अहम भूमिका
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चिराग की यह सभा सिर्फ जनसभा नहीं, बल्कि एनडीए की रणनीतिक वापसी की शुरुआत है। बीते विधानसभा चुनाव में शाहाबाद की 20 सीटों में से सिर्फ 2 सीटें एनडीए को मिली थीं।
ऐसे में चिराग पासवान को इस क्षेत्र में उतारकर बीजेपी उन्हें एक मजबूत दलित नेता के रूप में प्रोजेक्ट कर सकती है, खासकर तब जब नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
‘हनुमान’ बनकर मिशन 2025 की शुरुआत
चिराग पासवान को पहले भी नरेंद्र मोदी का ‘हनुमान’ कहा जाता रहा है। अब जब 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव करीब है, तो पार्टी के भीतर उन्हें मुख्यमंत्री पद के भावी चेहरे के रूप में भी देखा जा रहा है। शाहाबाद से शुरू होने वाली यह यात्रा शायद लोजपा (रामविलास) के साथ-साथ एनडीए के पुनरुद्धार की भूमिका बन सकती है।