सराहनीयः अपहरण के सात घंटे बाद पुलिस ने मासूम को किया बरामद
अपहर्ता गिरफ्तार, नशे के लिए फिरौती वसूलना चाहता था, वरना बच्चा बेच देता
ग्रेटर नोएडा। कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर थाना बीटा-2 की पुलिस ने अपहरण के मात्र सात घंटे बाद अपह्रत तीन वर्षीय बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कमिश्नर ने अपह्रत बच्चे को सकुशल बरामद करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये के इनाम और प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया है।
क्या है मामला
21 अगस्त को आरती पत्नी सुनील निवासी गाँव अरनिया, थाना कोलवा, जिला दौसा, राजस्थान ने थाना बीटा-2 पर अपने तीन वर्षीय पुत्र के अपहरण की सूचना दी। पुलिस ने इस सचना पर बच्चे के अपहरण का एफआईआर दर्ज कर उच्च पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया। इस पर उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में थाना बीटा-2 पुलिस की तीन टीमें गठित की गई। थाना बीटा-2 पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए महज सात घंटे के अंदर अपह्रत बच्चे को जिला बुलन्दशहर थाना खुर्जा रेलवे स्टेशन क्षेत्र के गाँव कनैनी से सकुशल बरामद किया लिया। पुलिस ने बच्चे के अपहण के आरोप में प्रमोद को गिरफ्तार कर लिया।
नशे का आदी है अपहरणकर्ता
पुलिस ने बताया कि 20 अगस्त को आरोपी प्रमोद जो कि नशे का आदी है और जगत फार्म में एक दुकान पर सिलाई का काम करता है प्रमोद के मालिक ने बताया कि प्रमोद लगातार पिछले चार-पांच दिन से बहुत ज्यादा शराब पी रहा था। उसने अपने मालिक से कई बार पैसे मांगा लेकिन मालिक ने उसे शराब के लिए पैसा नहीं दिया।
भाई को राखी बांधने आई थी आरती
आरती रक्षाबंधन पर राजस्थान से अपने मायके गामा-2, ग्रेटर नोएडा आई हुई थी। आरती के भाई और माँ की गामा-2 में गेट नम्बर-1 के पास चाय की दुकान है। माँ और भाई की अनुपस्थिति में आरती चाय की दुकान पर अपने बच्चे के साथ आई हुई थी। आरती अपने बच्चे को गार्ड की देखरेख में छोडकर दवा लेने चली गई तभी मौका पाकर प्रमोद ने फिरौती वसूलने की साजिश रचकर बच्चे का अपहरण कर लिया।
सीसीटीवी फुटेज से अपहर्ता का पता चला
गामा-2 के गेट नम्बर 1 पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर प्रमोद का नाम प्रकाश में आया जो बच्चे का अपहरण कर डेल्टा-2 स्थित श्मशानघाट के पास छिप गया था। वह पुलिस के डर एवं कार्रवाई को देखते हुए अपह्रत बच्चे वंश को लेकर अपने गाँव कनैनी, थाना खुर्जा जंक्शन चला गया और एक खंडहरनुमा मकान में छिप गया था। प्रमोद 12 वर्षों से अपने गाँव नहीं गया था। अपहरण के बाद ही वह अपने गाँव गया था। वहां वह बच्चे के एवज में फिरौती वसूलने की फिराक में था।
फिरौती नहीं मिलने पर बच्चे को बेच देता
पूछताछ में प्रमोद ने पुलिस को बताया कि फिरौती न मिलने की सूरत में वह बच्चे को कहीं ले जाकर बेच देता। गठित टीम ने मामले की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए गाँव कनैनी थाना खुर्जा से प्रमोद गिरफ्तार कर अपह्रत बच्चे को उसके कब्जे से मुक्त कराकर सकुशल बरामद किया गया।