कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े मर्डर पर विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा
योगी सरकार की एक और मुश्किल, शाहजहांपुर में वकील की हत्या से खड़े हुए कई सवाल
चुनावी साल में यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर एक के बाद विवाद सामने आ रहे हैं। अभी लखीमपुर खीरी का विवाद ठंडा भी नहीं हुआ कि शाहजहांपुर के कोर्ट परिसर में एक वकील की हत्या पर बवाल खड़ा हो गया। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने वकील भूपेन्द्र सिंह की हत्या को लेकर योगी सरकार को घेरा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के अदालत परिसर में वकील की दिन दहाड़े हुई हत्या दुखद और शर्मनाक है, जो राज्य की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस संबंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है। अब सवाल ये उठता है कि प्रदेश में सुरक्षित कौन है? सरकार इस ओर पूरा ध्यान दे।’
शाहजहांपुर की जिला अदालत की तीसरी मंजिल में सोमवार को एक वकील का संदिग्ध हालात में शव मिला। पुलिस का कहना है कि 38 साल के वकील भूपेन्द्र सिंह तीसरी मंज़िल पर एक क्लर्क के पास अपने केस के बारे में बात करने गए थे। अचानक गोली चलने की आवाज़ आई और वकील वहीं गिर पड़े। कोई उनके सिर में गोली मारकर फरार हो गया। घटनास्थल के पास से 315 बोर का तमंचा मिला है। कोर्ट परिसर में हत्या की जानकारी मिलते ही वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया। सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनंत कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना से नाराज वकीलों ने खिरनी बाग चौराहे पर धरना दिया। जब तक वकील के हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक सभी वकील अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने मृतक के परिजन को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की भी मांग की।
इस बीच विपक्ष ने वकील की हत्या के मुद्दे योगी सरकार पर सवाल उठा दिए। बीएसपी सुप्रीमो मायावती के बाद एसपी ने भी कानून व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया। हालांकि पुलिस का दावा है कि वो जल्द से जल्द हत्यारे की गिरफ्तारी कर लेगी। पुलिस भले ही कितने दावे करे, लेकिन विपक्ष के आक्रामक रवैये ने योगी सरकार की चिन्ता ज़रूर बढ़ा दी है।