उत्तर प्रदेशलखनऊ

ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में कोर्ट का बड़ा फैसला

कोर्ट कमिश्नर नहीं बदले जाएंगे, मस्जिद के अंदर जा सकेंगे

वाराणसी। ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में वाराणसी कोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है। इस फैसले से मुस्लिम पक्ष को तगड़ा झटका लगा है।

वाराणसी कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के अनुसार ज्ञानवापी मस्ज़िद के अंदर सर्वे होगा। कोर्ट के इस फैसले से अब मस्ज़िद के अंदर कोर्ट कमिश्नर के जाने का रास्ता साफ हो गया है।

अदालत ने कोर्ट कमिश्नर के बदले जाने की भी याचिका पर भी अपना फैसला दिया है। फैसले के अनुसार कोर्ट कमिश्नर बदले नहीं जाएंगे। मुस्लिम पक्ष ने कोर्ट कमिश्नर को बदलने के लिए याचिका डाली थी। इस फैसले से भी मुस्लिम बड़ा झटका लगा है। फैसले के अनुसार एक और कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया जाएगा। इस फैसले के अनुसार अजय मिश्रा कोर्ट कमिश्नर बने रहेंगे। 17 मई को रिपोर्ट पेश होगी।

56 ( ग ) के आधार पर  मुस्लिम पक्षकारों ने कोर्ट कमिश्नर को बदलने की की थी मांग जिसे सिविल जज ने खारिज कर दिया।

61 ( ग) के आधार पर मस्ज़िद के अंदर सर्वे का मुस्लिम पक्ष ने विरोध किया था। इस आपत्ति को भी कोर्ट ने खारिज़ कर दिया।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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