धरपकड़ की कार्रवाई हुई तेज, हिंसाग्रस्त इलाकों में रही शांति
प्रयासराज में हिंसा के आरोपी के घर पर चला बुलडोजर
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने और उपद्रवियों से निपटने के लिए प्रशासन को खुली छूट देने के बाद अराजक तत्वों की गिरफ्तारी का सिलसिले तेज हो गया है। बीते दस जून को जुमे की नमाज के बाद प्रदेश के विभिन्न जिलों अप्रिय घटनाएं हुई थी। इसमें पथराव, आगजनी, मारपीट आदि की घटनाएं शामिल हैं। उधर कानपुर में उपद्रव के मास्टर माइंड के मकान पर बुलडोजर चलने के बाद प्रयागराज में भी मास्टर माइंड के घर पर बुलडोजर चला।
उत्तर प्रदेश के एडीजी प्रशांत कुमार के अनुसार प्रयागराज, हाथरास, फिरोजाबाद, सहारनपुर में हिंसक वारदात करने के आरोप में 304 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।एडीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार प्रयागराज से 91, सहारनपुर से 71, हाथरस से 51, मुरादाबाद से 34, फिरोजाबाद से 15 और अंबेडकरनगर से 34 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 13 एफआईआर दर्ज हुई है।
गिरफ्तारियों की संख्या और बढ़ सकती है। सीसीटीवी के फुटेज खंगालने का सिलसिला अभी जारी है। जैसे-जैसे उपद्रवियों की पहचान होती जाएगी वैसे-वैसे गिरफ्तारियों का सिलसिला भी तेज होता जाएगा।
प्रयागराज में हिंसा भड़काने और खुद हिंसा में शामिल होने के आरोपी जावेद अहमद के आवास पर विध्वंसक नोटिस चस्पा की गई। नोटिस में मकान को पूर्वाहन 11 बजे तक खाली कर देने की हिदायत दी गई थी। इस अवधि में मकान खाली नहीं करने पर उस पर बुलडोजर चला दिया गया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के अधिकारियों ने बताया कि यह अवैध रूप से बना हुआ है। प्रशासन, पीडीए और पुलिस अधिकारियों ने करीब एक घंटे तक मकान के खाली होने का इंतजार किया। जब कोई हरकत नहीं हुई तो मकान पर बुलडोजर चलाकर गेट तोड़ दिया गया और पुलिस के साथ अधिकारी मकान के अंदर घुसे।
उधर, मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे और वर्तमान में सपा के विधायक कमाल अख्तर आरोपियों की पैरवी करने पुलिस लाइन गए थे। वहां पुलिस के क्षेत्राधिकारी (सीओ) ने कहा, ‘तुरंत हों जाएं पुलिस लाइन से बाहर’. वरना बिठाने की और जगह भी है हमारे पास। पुलिस अधिकारी क तेवर देखकर वे चुपचाप गाड़ी में बैठकर वहां से रवाना हो गए।
गौरतलब है कि भाजपा से निलंबित की गईं प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी पर जुमा की नमाज के बाद प्रदेश के कुछ शहरों में हिंसा हुई थी।
हिंसा वाले इलाकों में पुलिस, पीएसी, आरएएफ सहित सुरक्षा बलों को भारी संख्या में लगाया गया है। वे किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए मुश्तैद हैं। हिंसा ग्रस्त इलाकों में फिलहाल शांति है।