साइबर क्राइम : ऑनलाइन कार बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पांच आरोपी गिरफ्तार
नोएडा। बुधवार को थाना सेक्टर-113 पुलिस ने ऑनलाइन गाड़ी बुकिंग के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है । आरोपियों की पहचान समीर खान पुत्र हनीफ खान निवासी अल्फा 1, ग्रेटर नोएडा, सुनील नारंग पुत्र लीला कृष्ण नारंग निवासी हरियाणा, आकाश कुमार पुत्र भोपाल सिंह निवासी नजफगढ़ दिल्ली, आकाश वासन पुत्र संजय वासन निवासी हरियाणा, अरबाज अली पुत्र दिलशाद अली निवासी बाटला हाऊस दिल्ली से की गयी है। आरोपियों को एक लैपटॉप पांच फ़ोन, एक टैब, तीन डेबिट कार्ड, 43 हजार रूपये सहित आदित्य अर्बन कासा सोसायटी सेक्टर-78 नोएडा से गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे ठगते थे लोगों को
आरोपियों ने किराये पर कार देने के लिये एक फिशिंग वेबसाईट बनायी थी, जिसका प्रचार गूगल ऐड के माध्यम से किया जाता था। इनकी वैबसाइट पर बुकिंग का पेमेंट करने वाले ग्राहकों का डेबिट, क्रेडिट कार्ड नम्बर, सी.वी.वी नम्बर कार्ड की एक्सपायरी डेट लेकर वाटसअप के माध्यम से ए.पी.के फाईल भेजकर एस.एम.एस फारवर्डिग की स्क्रिप्ट भेजकर उनके आकउंट से जमा राशि निकालकर ठगी कर लेते थे।
इस वेबसाइट से रहे सावधान
अभियुक्तगण www.mahalaxmicarrental.in नाम की वेबसाइट बनवाकर गूगल ऐड /SEO के माध्यम से प्रचार किया जाता था, जिसमें रेन्ट पर कार लेने के इच्छुक व्यक्ति बुकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करते थे, जिससे उनका मोबाईल नम्बर, नाम व बुकिंग डेस्टीनेशन आदि की डिटेल वैबसाइट पर पहुंच जाती थी । इसके बाद आरोपी वैबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करने वाले ग्राहकों को बुकिंग अमाउंट के लिये इसी बैबसाइट पर 101 रु की ट्रांजेक्शन करने के लिये कहते थे। फिशिंग वैबसाइट पर इस ट्रांजेक्शन के बहाने ग्राहकों के डेबिट ,क्रेडिट कार्ड नम्बर, सी.वी.वी नम्बर, एक्सपायरी डेट आदि डिटेल अभियुक्तगण को मिल जाती थी। 101 रु की ट्रांजेक्शन फेल हो जाने पर अभियुक्तगण ग्रहकों को फिर काल करते थे और व्हाट्सऐप के माध्यम से ए.पी.के फाईल भेजकर महालक्ष्मी की ऐप डाउनलोड करने के लिए बोलकर कहते थे कि आपको बुकिंग में छूट मिल जायेगी, इस एपीके फाईल में एस.एम.एस फॉरवर्डिंग की स्क्रिप्ट होती थी जिससे लोगों के फ़ोन पर आने वाले सभी एस.एम.एस अभियुक्तगण को प्राप्त हो जाते थे , जिससे ग्राहकों के डेबिट, क्रेडिट कार्ड से फोन-पे, पेटीएम आदि पेमेंट गेटवे के माध्यम से पैसा अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे।