दादरी का मिहिर भोज कॉलेज फिर आया चर्चाओं में, लाइब्रेरी के लोकार्पण कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र से सांसद सुरेंद्र नागर का नाम गायब।
गौतमबुद्ध नगर की राजनीति में एक बार फिर उजागर हुई भाजपा की अंतर्कलह।
नोएडा : दादरी के गुर्जर कॉलेज में मिहिर भोज प्रतिमा अनावरण के तूल पकडे मामले को लोग अभी भुला भी नहीं पाए थे लेकिन एक बार फिर मिहिर भोज इंटर कॉलेज में राजनीति का जिन्न बाहर आता नजर आ रहा है।
इस बार मामला मिहिर भोज इंटर कॉलेज में 30 मार्च २०२३ को होने वाले लाइब्रेरी के लोकार्पण प्रोग्राम से जुड़ा हुआ है जिसमें श्री सुरेंद्र नागर राज्यसभा सांसद के अलावा अन्य सभी भाजपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। जबकि इस कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में निवेदक के तौर पर एक जिम्मेदार स्थानीय जनप्रतिनिधि का नाम प्रकाशित किया गया है। इस निमंत्रण पत्र से एक बात बिल्कुल साफ जाहिर हो रही है कि गौतमबुद्ध नगर में भले ही भाजपा का संगठन एकजुट होने के दावे करता हो। लेकिन इस निमंत्रण पत्र से पार्टी में चल रही खेमा बंदी और अंतर्कलह साफ नजर आ रही है।
भाजपा जैसी जो पार्टी अनुशासित होने का दम भरती हो उस पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश उपाध्यक्ष राज्यसभा सांसद को लाइब्रेरी लोकार्पण के मौके पर न बुलाया जाना लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। जबकि इन्हीं राज्यसभा सांसद के पिताश्री स्व चौधरी वेदराम नागर जी इस कॉलेज के लिए बड़े दानदाताओं में शुमार रहे हैं। लेकिन बावजूद इसके श्री सुरेंद्र नागर सांसद की इस प्रोग्राम में अनदेखी किया जाना भाजपा की अंदरूनी खींचतान को साफ तौर पर स्पष्ट कर रही है। जिससे लोगों में अच्छा संदेश नहीं जा रहा है। जहां भाजपा के बड़े -बडे नेता 2024 के चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं और संगठन को चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है वहीं जनपद गौतमबुद्ध नगर में भाजपा के जिम्मेदार नेता भाजपा में भी खराब का स्पष्ट संदेश देते नजर आ रहे हैं। यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि इस अंतर कलह का आगामी चुनाव और गौतमबुद्ध नगर की भाजपाई राजनीति में क्या दुष्प्रभाव पड़ेगा लेकिन फिलहाल जनपद गौतम बुद्ध नगर ही नहीं अन्य क्षेत्रों और जनपदों में भी मिहिर भोज इंटर कॉलेज का लाइब्रेरी लोकार्पण लोगो में चर्चा का विषय बन गया है।