दिल्ली सरकार : आतिशी कैबिनेट के मंत्रियों के नाम तय, 21 को पांच मंत्रियों के साथ लेंगी शपथ, मुकेश अहलावत नया चेहरा
दिल्ली (मुकेश पंडित) : दिल्ली में नई सरकार का चेहरा अब लगभग साफ हो रहा है। मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी मार्लेना के साथ उनकी कैबिनेट में शामिल होने पांच मंत्री मंत्रियों के नाम भी गुरुवार को सामने आए हैं। आतिशी 21 सितंबर को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
पांच नामों पर मुहर
आतिशी मंत्रिमंडल में शामिल होने वालों में सौरभ भारद्वाज, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत हैं। इनमें गोपाल राय, सौरभ भारद्वाज और कैलाश गहलौत अरविंद केजरीवाल सरकार में भी कैबिनेट रेंक के मंत्री थे। पांचों नामों में मुकेश अहलावत का नाम एकदम नया है। वह वर्तमान में सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं और उनकी पहचान दलित नेता के तौर पर की जाती है। कैबिनेट में उन्हें स्थान दिए जाने की एक वजह भी दलित को चेहरा बनाना है, क्योंकि राजकुमार के हटने बाद कैबिनेट में कोई दलित चेहरा नहीं था।
21 को लेंगी आतिशी शपथ
मुख्यमंत्री के तौर पर आतिशी 21 सितंबर को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी। इनमें सर्वाधिक लंबा कार्यकाल कांग्रेस की शीला दीक्षित का रहा है।
केजरीवाल ने रखा था आतिशी के नाम का प्रस्ताव
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री पद से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद 17 सितंबर को आम आदमी पार्टी विधायक दल की बैठक में आतिशी मार्लेना का नाम तय किया गया था। आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति के मंजूर कर लिया गया। अरविंद कैबिनेट में शामिल रहीं आतिशी के पास सबसे ज्यादा मंत्रालय थे। उन्होंने एक समय शिक्षा, वित्त, राजस्व और कानून मंत्रालय का दायित्व संभाला था।
13 को तिहाड़ से बाहर आए थे केजरीवाल
आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से रिहा हुए थे। वह दिल्ली के चर्चित आबकारी घोटाला मामले में जेल में थे। सबसे पहले उन्हें 21 मार्च 2024 को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया। फिर 26 जून 2024 को सीबीआई ने अपनी हिरासत में ले लिया। जेल से बाहर आनेके बाद 15 सितंबर को पार्टी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने अपने इस्तीफे का ऐलान करके सबको चौंका दिया था। हालांकि उनका कार्याकाल पांच माह ही शेष बचा था। फरवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव होने हैं।