विकास को लगेंगे पंख: ग्रेटर नोएडा दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पार जीटी रोड से होगा कनेक्ट
रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद विकास को तरस रहे गांवों में विकास की लहर आ जाएगी
ग्रेटर नोएडा। बहुत जल्द ही ग्रेटर नोएडा शहर दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन को पार कर जीटी रोड से कनेक्ट होगा। इस रेलवे लाइन के ऊपर पांच रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य चल रहा है। रेलवे लाइन से ग्रेटर नोएडा की ओर भूमि अधिग्रहण और निर्माण का काम पूरा हो चुका है। अब केवल रेलवे लाइन के उस पार काम बाकी बचा है। खास बात यह है कि अभी तक रेलवे लाइन के उस पार दादरी कस्बा और आसपास के गांव विकास से अछूते हैं। रेलवे ओवर ब्रिज पूरा होने के बाद इस इलाके की सीधी कनेक्टिविटी ग्रेटर नोएडा शहर से हो जाएगी। इसके बाद तो विकास के लिए तरस रहे गांवों में विकास की लहर दौड़ जाएगी।
किसानों से जमीन खरीद रहा है प्रशासन
यहां प्रशासनिक अधिकारी बताते हैं कि दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के ऊपर पांच आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) का निर्माण किया जा रहा है। चिपयाना, बोड़ाकी, रिठौरी, अजायबपुर और रूपवास गांव के पास आरओबी बनाए जा रहे हैं। ग्रेटर नोएडा शहर की ओर भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। आरओबी का निर्माण भी हो चुका है। अब रेलवे लाइन के उस पार भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है। जल्दी ही किसानों से जमीन खरीद ली जाएगी। इसके बाद पांचों आरओबी बनकर तैयार हो जाएंगे।
फेस-2 में खुलेंगे विकास के रास्ते
दिल्ली -हावड़ा रेलवे लाइन के उस पार से लेकर जीटी रोड तक, एनटीपीसी के पावर प्लांट और पैरिफेरल एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर विकास की अपार संभावनाएं हैं। इस इलाके को ग्रेटर नोएडा फेस-2 के नाम से भी जाना जाता है। अभी तक औद्योगिक और रियल एस्टेट गतिविधियां रेलवे लाइन से ग्रेटर नोएडा की ओर ही सीमित हैं। रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद ग्रेटर नोएडा शहर फेस-2 की ओर तेजी से बढ़ेगा। जीटी रोड का बाईपास बनने और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे बनने से इस पूरे इलाके की कनेक्टिविटी बहुत अच्छी हो चुकी है।
परी चौक से हापुड़ सीमा तक प्रस्तावित है एक्सप्रेस-वे
ग्रेटर नोएडा शहर और फेस-2 के क्षेत्र को आपस में जोड़ने के लिए एक एक्सप्रेस-वे प्रस्तावित है। यह रास्ता 105 मीटर चौड़ा होगा। यह मार्ग परी चौक से बोड़ाकी होते हुए दादरी और हापुड़ जिले की सीमा तक जाएगा। इसमें खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए वर्ष 2012 में ही ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण किसानों से जमीन खरीद चुका है। बोड़ाकी के पास रेलवे ओवरब्रिज बनते ही इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्राधिकरण शुरू कर देगा।