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उत्तर प्रदेशलखनऊ

खुन्नस में डीएम का निकाला फर्जी आदेश, निलंबित

फतेहपुर के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने कारनामा, सोशल मीडिया पर वायरल भी किया  

लखनऊ। कार्य में लारपवाही बरतने के कारण फतेहपुर की जिलाधिकारी (डीएम) अपूर्वा दुबे ने जब मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को डांटा तो उन्होंने एक फर्जी आदेश बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इस आदेश से डीएम की खूब निंदा की गई। बाद में डीएम ने जब आदेश के बारे में अपनी सफाई दी तब मामला साफ हुआ और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निलंबित कर दिया गया।

 

हुआ यूं की फतेहपुर जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी को कार्य में शिथिलता बरतने और लापरवाही के कारण कई बार डांटा था। डांट सुनकर वह सुधरने के बजाय जिलाधिकारी की ओर से खुद एक फर्जी आदेश जारी किया। आदेश के अनुसार डीएम की गाय बीमार थी। उसके लिए सात पशु चिकित्सकों की ड्यूटी लगा दी गई। उन चिकित्सकों को यह आदेश दिया गया था कि वह गाय के स्वास्थ्य के बारे में सुबह और शाम डीएम को रिपोर्ट दें। यह आदेश सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई। इस पर प्रतिक्रिया भी आने लगी। जब उनकी ओर से आदेश जारी करने की जानकारी डीएम अपूर्वा दुबे को हुई तो उन्होंने तुरंत सफाई दी कि उनकी कोई निजी गाय नहीं है। न ही उन्होंने इस तरह का आदेश जारी किया है। जब आदेश पत्र की जांच हुई तो वह फर्जी निकली। इस पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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