रेप विक्टिम बनी एक सफल फिटनेस ट्रेनर ,जानिए क्या है इस ट्रेनर की दास्तां
शादी की पहली रात ही पति ने बांधकर किया था यौन शोषण
लखनऊ : आपने देश में कई खिलाड़ियों के बारे में सुना और देखा होगा। जिन्होंने राष्ट्रीय ,अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जीत हासिल की है। लेकिन क्या आपने कभी ऐसे खिलाड़ी के बारे में सुना है ,जिसने कभी संघर्षों के साथ समझौता ना करके हालातों को मात देकर एक मुक़ाम हासिल किया हो।असली खिलाड़ी वही जो हालातों को मात देकर आगे निकल जाए। तो आइए आज हम आपको बताते हैं ऐसे खिलाड़ी के जीवन यात्रा के बारे में जो न केवल घरेलू हिंसा बल्कि रेप का भी शिकार हुई।
केरल के कालीकट के दूर-दराज गांव की मुक्कम में जन्मी जैस्मिन एम मूसा का जीवन गांव की सभी लड़कियों जैसा ही था लेकिन उस मासूम के साथ क्या होने वाला है जिसका उसे अंदाजा तक नहीं था। वह एक नजदीकी समुदाय से ताल्लुक रखती थी। जैस्मिन की प्राथमिक शिक्षा कान्वेंट स्कूल से हुई । बचपन में स्कूल से लौटते वक्त रास्ते में आइस कैंडिस की चुस्की लेना उसे काफी पसंद था। मात्र 17 साल की उम्र में जैस्मिन की जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई।
जैस्मिन का संघर्ष भरा जीवन ऐसा।
जैस्मिन ने बताया जब वह स्कूल से लौटी कि उसने देखा कि घर पर कुछ लोग आए थे। मां ने उसे चाय लाने के लिए कहा। उसे एहसास हो गया था कि वे शादी के लिए उसका हांथ मांगने आए हुए थे। उसने बताया कि वह दिन उसके लिए बहुत ही भ्रमित करने वाला था। हालांकि जैस्मिन पहले ही किसी के साथ शादी न करने की बात पहले ही घर पर कह चुकी थी। लेकिन उसके परिवार वालों ने उसकी नहीं सुनी और18 साल की उम्र होने के मात्र 3 दिन बाद ही उसकी सगाई कर दी। हैरान करने वाली बात तो यह थी कि जिसके साथ उसकी शादी हुई उससे वह शादी के दिन ही मिली थी।
पहली रात ही जैस्मिन ने देखी पति की हैवानियत
शादी के बाद पहली रात उसके पति का बेडरूम में प्रवेश करना जैस्मिन को उस हैवान के व्यवहार का एहसास करा रहा था। जैस्मिन ने एक हैरान करने वाली बात बताई। पहले दिन ही उसके पति ने उसके साथ गलत तरह का व्यवहार किया। इतना ही नहीं उसने जैस्मिन को बेरहमी से पीटा, वह चिल्लाती रही, फड़ फड़ आती रही लेकिन उसकी आवाज़ को अनसुना कर दिया गया। करीब 1 साल ऐसे ही चलता रहा लेकिन जब उसके पति का व्यवहार दिन प्रतिदिन उसके प्रति खराब होता गया तब उसने दोनों परिवारों को बताया कि वह तलाक चाहती है। क्योंकि यह रिश्ता वह नहीं था ,जिसके लिए वह तरसती थी। आख़िरकार जैस्मिन ने तलाक ले लिया। अभी भी परेशानियों ने उसका पीछा नहीं छोड़ा था। उसने आगे बताया कि जब तलाक के बाद वह अपने माता पिता के पास रहने आई तो लोगों ने उसे एक तलाकशुदा के रूप में देखना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं मां -बाप के लिए वह एक बोझ लगने लगी थी।उन्होंने उसकी शादी दोबारा करने की ठानी। जैस्मिन ने हिम्मत जुटाकर अपने पिता से स्पष्ट कहा कि जिसके साथ अब उसकी शादी होगी उससे पहले वह बात करेगी।
दोनों हांथ पैर बांधकर करता था रेप
थोड़े समय बाद उसकी शादी दूसरे लड़के के साथ कर दी गई। जैस्मिन ने अपनी तलाकशुदा होने की बात अपने पति से कही। उसके पति को इस बात से कोई शिकायत नहीं थी उसने विश्वास दिलाया कि वह उसे स्वीकार करने के लिए तैयार है। जिसे सुनकर मूसा काफी खुश हुई ।उसे लगा कि अब उसके जीवन से सारे काले बादल दूर हो गए और पूरी जिंदगी खुशी से बताएगी। उसने अपने दूसरे वैवाहिक जीवन का जिक्र करते हुए बताया कि उसने पहली रात ही मेरे गाल पर एक जोर से थप्पड़ मारा जिसके बाद वह दंग रह गई उसे समझ में नहीं आ रहा कि आखिर उसके साथ हो क्या रहा है। उसने आगे बताया कि मेरे पति ने मेरे दोनों हांथ पैर बांध कर बलात्कार किया। हर रोज़ वह उसकी हैवानियत का शिकार होती। कुछ महीने ऐसे ही चलता रहा फिर उसे पता चला कि उसके पति को कोकीन जैसे ख़तरनाक चीज की आदत है।
चुप्पी तोड़ने के लिए अपनी ही माँ ने किया मना
जैस्मिन की मां जिसने उसे जन्म दिया, पालपोषकर बड़ा किया आज वह भी कुछ भी बोलने से मना कर रही थी। क्योंकि वह सोचती थी अगर इन सब के बारे में किसी को बताया गया तो उसका परिणाम बुरा हो सकता है। एक मासूम चेहरा ,उसके पीछे छिपे कई दर्द जिसको सुनने वाला कोई नहीं था। अकेले ही सिसका सिसक कर रोना , दर्द को अपने अंदर समेटकर रखना जैस्मिन को पगला बना रहा था। उसके अंदर जीने की इच्छा ही खत्म हो चुकी थी लेकिन एक दिन जैस्मिन फिर जीने की इस इच्छा तब जागी जब उसे पता चला कि वह माँ बनने वाली है, उसने यह बात अपने पति को बताई, लेकिन उस हैवान ने सामने खड़ी जैस्मिन के पेट पर जोर से लात मार दी, जिसके बाद वह मासूम, बेकसूर बच्चा भी मारा गया। इस घटना के बाद जैस्मिन बिल्कुल टूट गई । जैस्मिन ने हिम्मत करके पूरी बात अपने घर पर बताई । गर्भाशय की नली फटने की वजह से डॉक्टर ने उसकी हालत बहुत ही कमजोर बताई और सर्जरी की बात कही। जिसके बाद उसे सर्जरी मिल गई। कुछ हफ्ते बीत जाने के बाद उसके पति ने उससे तलाक की बात कही।
इन तमाम हादसों के बाद जैस्मिन इस बार टूटी नहीं बल्कि मजबूत हुई उसने खुद से वादा किया कि अब वह घरेलू हिंसा सहन नहीं करेगी और वह अब चुप नहीं बैठेगी और अपने हक की लड़ाई लड़ेगी। जैस्मिन ,अपने पति के द्वारा किए गए गलत व्यवहार की वॉइस रिकॉर्डिंग के जरिए थाने में घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया, अंत में पुलिस ने उसके पति को गिरफ्तार कर लिया। उसने आगे बताया कि वह इस आघात के बाद देश छोड़ना चाहती थी लेकिन सारे दस्तावेज व पासपोर्ट उसके ससुराल में जला दिए गए थे ताकि वह कहीं जा ना सके।
लडूंगी हक़ की लड़ाई,और आगे बढ़ूंगी
अपने साथ हुए यौन और घरेलू हिंसा को भुलाकर जैस्मिन अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहती थी। अपने माता-पिता के लिए बोझ ना बने इसलिए वह कोच्चि चली गई और एक फिटनेस सेंटर में उसे रिसेप्शनिस्ट की नौकरी कर ली। उसने मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को मजबूत बनाना शुरू किया ,यहां उसे लोगों से सहारा और ताकत मिली। जैस्मिन एक ट्रांसफॉरमेशन वीडियो बनाया जो वायरल हो गया ,जिसके द्वारा उसे लोगों से प्रोत्साहन मिला और फिर धीरे-धीरे आगे बढ़ती गई और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।जैस्मिन आगे बताती है कि वह एक पेशेवर फिटनेस ट्रेनर बनना चाहती थी, इसलिए उसने बेंगलुरु से इसकी पढ़ाई की। खुद को व्यस्त और ट्रेंड करने के लिए वह रेस्तां और कैफे में लंबे समय तक काम किया।आज जैस्मिन बेंगलुरु के प्रतिष्ठान केंद्र में तीसरे लेवल की फिटनेस ट्रेनर हैं।
क्या है घरेलू हिंसा और भारत में कितने हैं इसका आंकड़े ?
किसी महिला का शारीरिक ,मानसिक ,भावात्मक ,मौखिक ,यौन शोषण किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाना जिसके साथ महिला के साथ पारिवारिक संबंध हैं। जिसे घरेलू हिंसा में शामिल किया गया है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में हर दस में से छह औरतों की यही कहानी है जो घरेलू हिंसा की शिकार होती हैं। ज्यादातर मामलों में वे महिलाएं अपने पति या करीबी साथी के जरिए की गई हिंसा की शिकार होती हैं। भारत में करीब 37 प्रतिशत महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती हैं। जबकि घरेलू हिंसा के खिलाफ़ लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि वास्तव में ये आंकड़े और ज्यादा होते हैं। वहीं अगर हम बात करें गतवर्ष लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2021 से 25 मार्च 2021 के बीच महिलाओं के विरुद्ध हिंसा की 1,463 शिकायतें प्राप्त हुईं। जैस्मिन जैसी आज देश में ऐसी कई महिलाएं हैं ,जो घरेलू हिंसा का शिकार है लेकिन अपने हक़ की लड़ाई नहीं लड़ पाती। इसके पीछे एक बड़ी वजह है ,समाज के ताने और परिवार का साथ न देना है। महिलाओं में सशक्तिकारण की कमी होना भीं उनकी चुप्पी का कारण है। जैस्मिन अपने हक़ की लड़ाई लड़कर महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बन चुकी हैं। हर महिला को उन सीख लेनी चाहिए।