नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट : डीजीसीए से एनओसी नहीं मिलने से विमानों की परीक्षण उड़ानों पर संशय
ग्रेटर नोएडा (FBNews) : नागर विमानन निदेशालय(डीजीसीए) से मंगलवार को भी अनुमति नहीं मिलने से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर परीक्षण उड़ानें पर सशंय बना हुआ है। 30 नवंबर को प्रस्तावित परीक्षण उड़ान में और देरी हो सकती है। ऐसे में निर्धारित अवधि के दौरान व्यावसायिक उड़ानें शुरू होंगी, इसे लेकर भी कयासबाजी शुरू हो चुकी है।
फिलहाल 30 नवंबर से परीक्षण उड़ानों पर सशंय
एयरपोर्ट का निर्माण करा रही कंपनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को 26 नवंबर तक हवाई पट्टी पर ट्रायल के लिए डीजीसीए से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना था। लेकिन मंगलावर को भी अनुमति का प्रमाणपत्र नहीं मिला। हालांकि प्राधिकरण अधिकारियों का दावा है कि 15 दिसंबर से पहले ट्रायल रन शुरू करा दिया जाएगा। उधर, इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रवक्ता का कहना है कि शीघ्र ही परीक्षण उड़ानों के लिए प्रमाणपत्र जारी हो जाएगी, इसके बाद हवाई पट्टी पर लैंडिंग और विमानों का टेकआफ किया जा सकेगा।
15 नवंबर से शुरू होनी थी परीक्षण उड़ानें
उल्लेखनीय है कि नोएडा एयरपोर्ट के रनवे से 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक प्रतिदिन 3 विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ की जानी थी। ट्रायल की रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय (DGCA) भेजी जानी थी। क्योंकि DGCA से सभी लाइसेंस मिलने के बाद ही अगले वर्ष अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों को शुरू किया जा सकता है। हालांकि नोएडा एयरपोर्ट पर कैट-1 और कैट-3 उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं। यह उपकरण कोहरे के दौरान विमान की ऊंचाई और दृश्यता के संबंध में सटीक जानकारी उपलब्ध कराते हैं। साथ ही इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम भी यहां लगाया गया है। इसका अक्टूबर में परीक्षण कराकर डीजीसीए से अप्रवूल ले लिया गया था। यह उपकरण खराब मौसम में पायलटों को सही दिशान बताने में काम आता है और लैडिंग व टेकऑफ के लिए काफी मददगार होता है।