असुरक्षा : असामाजिक तत्वों के भय से छात्राओं ने मायावती पॉलिटेक्नीक का हॉस्टल छोड़ा, घरों को लौटीं
ग्रेटर नोएडा (फेडरल भारत नेटवर्क) : ग्रेटर नोएडा के बादलपुर में स्थित कुमारी मायावती गवर्नमेंट गर्ल्स पॉलिटेक्निक कॉलेज की डरी-सहमी छात्राएं अपने हॉस्टल छोड़कर घर लौट गई हैं। छात्राएं अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। छात्राएं असामाजिक तत्वों के बेरोकटोक हॉस्टल में घुस आने से बेहद घबराई हुई थीं। इसको लेकर अभिभावकों ने कॉलेज पहुंचकर प्रदर्शन भी किया, लेकिन कोई ठोस कारवाई नहीं होने पर अब घर वापसी ही एकमात्र विकल्प बचा था।
असामाजिक तत्वों का समूह घुस आया था
प्रथम वर्ष की एक छात्रा ने बताया कि रविवार की रात को हमने देखा कि पुरुषों का एक समूह, जिसमें ज़्यादातर की उम्र 25 से 40 के बीच थी, खिड़कियों से झांक रहे थे। जब हमने मदद के लिए शोर मचाया तो हमारी आवाज सुनने वाला कोई नहीं था। यह छात्राएं अपने घर को लौट गई हैं। एक अन्य छात्रा ने नाम ने छापने की शर्त पर बताया कि हॉस्टल में रहने वाली सभी 15 छात्राएं डर की वजह से एक कमरे में ही साथ रहने लगी थी। ये सभी रात में जागकर निगरानी करती हैं। यह छात्राएं अलीगढ़ की रहने वाली थीं।
कॉलेज में वॉर्डन का पद नहीं
कॉलेज परिसर में चार हॉस्टल हैं, लेकिन 22 साल पहले खुले इस कॉलेज में कभी भी हॉस्टल वॉर्डन की नियुक्ति नहीं हुई। दूसरी समस्या है अपर्याप्त सुरक्षा की। कॉलेज के प्रिंसिपल श्याम नारायण सिंह ने कहा कि 2002 में खुलने के बाद से कॉलेज में सुरक्षा गार्ड के सिर्फ चार पद हैं। दिन में दो और रात में दो गार्ड वैकल्पिक शिफ्ट में तैनात रहते हैं। अगर उनमें से एक भी छुट्टी पर चला जाए तो व्यवस्था करना मुश्किल हो जाता है। यह सरकारी आवासीय कॉलेज है। इसलिए यहां नए पद केवल शिक्षा विभाग ही बना सकता है। उन्होंने कहा कि कॉलेज की शुरुआत में केवल एक हॉस्टल था, लेकिन तब से छात्राओं की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि परिसर में कम से कम 12 गार्ड और हॉस्टल वॉर्डन के पदों की जरूरत है।
29 सितंबर को घुसे थे असामाजिक तत्व
29 सितंबर को महिला पॉलिटेक्निक कैंपस में देर रात असामाजिक तत्व हॉस्टल में घुस गए थे। अराजकतत्वों ने हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों को डराया धमकाया। भय से कई लड़कियां बेहोश हो गई थीं। घटना के बाद पूरे कैंपस में सनसनी फैल गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की थी लेकिन घटना के एक सप्ताह बाद भी अराजकतत्वों पर नकेल नहीं कसी जा सकी है। पत्रकारों से वार्ता करते हुए जिला मजिस्ट्रेट मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षक और अन्य शिक्षा विभाग के अधिकारियों को छात्रावासों का निरीक्षण करने के बाद एक रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।