नोएडा के सेक्टर 51 स्थित क्लाउड नाइन अस्पताल की बड़ी लापरवाही, महिला के पेट में छोड़ दिया पाइप
ग्रेटर नोएडा (federal bharat news) सेक्टर 51 स्थित क्लाउड नाइन अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला के पेट में लगभग 23 सेंमी लंबा पाइप छोड़ दिया। महिला ने गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए प्रबंधन, डॉक्टर और नर्स के खिलाफ केस दर्ज कराया है। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ऐसे किसी भी आरोप से इंकार कर रहा है।
क्या है मामला
पीड़िता किरन नेगी द्वारा ने सेक्टर-49 में दर्ज कराई गई FIR में आरोप लगाया है कि उसने 2 फरवरी 2023 में गर्भाशय फाइब्रॉएड रिमूवल सर्जरी कराई थी। डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में लगभग 23 सेंमी लंबी पाइप छोड़ दिया। लगातार दर्द की शिकायत पर लगभग सात महीने बाद जब उसने दूसरे अस्पताल में ऑपरेशन कराया तो पाइप निकाला गया। सर्जरी अस्पताल के डॉक्टर इला गुप्ता, विप्लब, मुकोपाध्याय और उनकी टीम ने की थी।
बिना पाइप निकाले कर दिया था डिस्चार्ज
आपरेशन के दौरान उसके पेट में एक ड्रेन बैग लगा था, जो चार दिन बाद निकलना था। अगले दिन ड्यूटी स्टॉफ द्वारा बैग को खाली करते समय बैग निकल गया। इस पर डॉक्टर ने कहा, चिंता की कोई बात नहीं। इसके बाद 4 फरवरी 2023 को उसे डिस्चार्ज कर दिया। करीब एक सप्ताह बाद वह चेकअप डॉक्टर इला गुप्ता की ओपीडी में पहुंची। किरन ने डॉक्टर से बताया कि उसके पेट में दर्द हो रहा है। जिसके बाद इला ने डॉक्टर विप्लब और स्वाति से बात कर उसे आश्ववासन दिया कि यह हल्का दर्द है।
डॉक्टरों ने उसे 6 से 7 माह रूकने का कहा था
किरन ने बताया कि 6 से सात महीने बाद भी जब पेट दर्द सही नहीं हुआ था तो उन्होंने मैक्स हॉस्पिटल दूसरे डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने जांच करने पर बताया कि उसके पेट में पाइप है। जिसे सर्जरी के बाद ही निकाला जा सकेगा। किरन ने बताया कि इसके बाद उसने 9 अक्तूबर 2023 को मैक्स हॉस्पिटल में सर्जरी कराई। इस दौरान उसके पेट से 23 सेंटीमीटर का लंबा पाइप निकला। जिसकी लापरवाही को लेकर क्लाउड नाइन अस्पताल पर पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जंच कर रही है। उधर, प्रबंधन ने इस तरह के किसी भी आरोप से इंकार कर दिया है। मामले की पुलिस जांच कर रही है। नोएडा जोन के एडीसीपी मनीष मिश्रा के अनुसार महिला की शिकायत पर सेक्टर-49 थाने में अब अस्पताल प्रबंधक डॉ. इला गुप्ता, डॉ. बिप्लब मुखेपाध्याय और डॉ. स्वाति राजपुरे, ड्यूटी डॉक्टर व ड्यूटी नर्स के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और तथ्यों पर जांच की जा रही है।