तुर्की में आये भूकंप के बाद नोएडा की इस संस्था ने ये कर डाली मांग, जांच हुई तो कई इमारतें सरकार करा सकती है खाली
नोएडा : तुर्की और सीरिया में आये भूकंप के बाद नोएडा की एक संस्था ने बहुमंजिला इमारतों की संरचना पर सवाल खड़ा कर दिए है। संस्था ने केंद्र सरकार से नोएडा प्राधिकरण के खिलाफ जांच कराते हुए बहुमंजिला इमारतों की भूकम्प रोधी संरचनात्मक आडिट (स्ट्रक्चरल ऑडिट) कराये जाने की मांग की है। संस्था का दावा है कि नोएडा में करीब आधी इमारत भूकंप में कभी भी गिर सकती है और तुर्की और सीरिया की तरह यहाँ भी भूकंप आने पर तबाही का अंदेशा है।
कोनरवा के अध्यक्ष पी एस जैन ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी को एक पत्र लिखा है।अध्यक्ष का पत्र में दावा है कि नोएडा और एनसीआर में हज़ारों की संख्या में बहुमंजिला इमारत है, जिसमें लाखों परिवार रहते है। 6 फरवरी 2023 को तुर्की व सीरिया में आऐ भुकम्प से भारी जान व माल की हानि हुई है, जिसमें हज़ारों लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी, इस घटना के बाद से बहुमंजिला इमारतों को लेकर कई सवाल खड़े हो गये है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के अधिकांश अपार्टमेंट में छत के बड़े हिस्से गिरने की खबरें आती रहती है। जिससे यहॉ रहने वाले परिवारों को हर दिन किसी न किसी बड़ी घटना की आशंका रहती है। ऐसी परिस्थिति में सभी बहुमंजिला इमारतों का भूकम्प रोधी स्ट्रक्चरल ऑडिट करके गुणवत्ता सामने आनी चाहिए,जिससे किसी प्रकार की भूकम्प के समय अनहोनी न हो, केन्द्र सरकार को इस सम्बंध में केन्द्रीय भवन नियमावली में आवश्यक संसोधन करके तथा यह स्ट्रक्चरल ऑडिट अनिवार्य किया जाना चाहिए। यह भी सुनिश्चित हो की भवन का पजेशन बिना स्ट्रक्चरल ऑडिट के न हो तथा एक निश्चिति अवधि (वर्षो) के अन्तराल पर स्ट्रक्चरल ऑडिट पुनः कराया जाना चाहिए।
संस्था का सुझाव है कि बहुमंजिला इमारतों का प्राधिकरण को संरचनात्मक ऑडिट (स्ट्रक्चरल ऑडिट) करवाया जाना अनिवार्य किया जाना चाहिए तथा यह भी सुनिश्चित हो कि इसका खर्च बिल्डर खुद करें।
संस्था के अध्यक्ष का दावा है नोएडा प्राधिकरण की मिलीभगत के चलते कई भूकंप रोधी मानकों को पूरा नहीं करती है। इसलिए लाखों लोगों की सुरक्षा को देखते हुए ऑडिट कराने की मांग की गयी।