कवायदः स्वास्थ्य सेवाओं में जिले को टॉप-10 में लाने के प्रयास में जुटें अधिकारी, सभी को दें स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ
जिला स्वास्थ्य समिति-शासी निकाय की बैठक की बैठक में जिला अधिकारी ने दिए स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश, लापरवाही बरतने वाले अधिकारी का वेतन रोकें
ग्रेटर नोएडा। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने स्वास्थ्य अधिकारियों का आह्वान किया कि वे बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के मामलें में जिला गौतमबुद्ध नगर को टॉप-10 की रैंकिंग में लाने के प्रयास में जुट जाएं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वास्थ्य योजनाओं में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन रोकने की कार्रवाई भी करें। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा आज सोमवार को जिला स्वास्थ्य समिति- शासी निकाय की बैठक में शामिल स्वास्थ्य अधिकारियों सहित अन्य अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक कलेक्ट्रेट के सभागार में हुई जिसकी अध्यक्षता वे खुद कर रहे थे।
माइक्रो प्लान के साथ लोगों को दें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ
बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आम लोगों को समय से उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे स्वास्थ्य कार्यक्रमों को जिले में बहुत ही माइक्रो प्लान के साथ चलाएं। इससे जन-जन को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लोगों तक पहुंच सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग एवं शासी निकाय के अधिकारियों की स्वास्थ्य सेवाओं का जन-जन तक लाभ पहुंचाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी अधिकारी और डाक्टर अपनी-अपनी ड्यूटी पर निर्धारित समय से आकर स्वास्थ्य कार्यक्रमों का लाभ पहुंचाने की दिशा में विशेष प्रयास सुनिश्चित करें।
किसी भी अस्पताल में दवा की कमी न हो
बैठक में उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि शासन की ओर से स्वास्थ्य कार्यक्रमों में दवाओं की किसी प्रकार की कमी नहीं हैं। संबंधित अधिकारी ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में निरंतर पर्याप्त मात्रा में दवाएं और सभी आवश्यक मेडिकल संयंत्र की उपलब्धता बनी रहे। उन्होंने चिकित्सकों का आह्वान किया कि वे अपने-अपने तैनाती वाले स्थान पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों का वृहद प्रचार-प्रसार तो करें ही, लोगों को इसका लाभ भी दें।
संस्थागत प्रसव पर जोर
बैठक में उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर संस्थागत प्रसव पर विशेष जोर दिया। उन्होंने इस कार्यक्रम का ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने नियमित टीकाकरण के बारे में शासी निकाय के अधिकारियों से कहा कि कोई भी गर्भवती महिला और पात्र बच्चे टीकाकरण अभियान से वंचित न रहें। टीकाकरण अभियान में आशा कार्यकत्रियों का भरपूर सहयोग लें। आशा कार्यकत्रियों के कार्य में शिथिलता पाए जाने पर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सरकार विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रम चला रही है। अधिकारी आपसी तालमेल कर अभियान पर अमल करें। जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपने कार्यो में लापरवाही बरतें, उनका वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण मांगें।
स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ सभी को मिले
उन्होंने बैठक की समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी स्वास्थ्य से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं का लाभ पात्रों तक शत-प्रतिशत पंहुचाएं। इसी से जिला प्रदेश की रैकिंग में अपना टॉप-10 में स्थान बना सकेगा।
28 मई से चलेगा पल्स पोलियो अभियान
बैठक में उन्होंने कहा कि पल्स पोलियो अभियान 28 मई से चलेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपनी कार्ययोजना समय रहते तैयार कर लें। इससे हर पात्र बच्चों को पोलियो की ड्रॉप पिलाई जा सकेंगी।
गोल्डन कार्ड बनाने सुस्त रफ्तार
उन्होंने बैठक में समीक्षा के दौरान पाया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत गोल्डन कार्ड बनाने की रफ्तार बहुत ही धीमी है। इस धीमी रफ्तार पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस योजना से कोई भी पात्र परिवार वंचित नहीं रहना चाहिए। शत-प्रतिशत पात्र लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बन जाने चाहिए। इसी के साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को सभी कार्यक्रम प्रमुखता से लागू करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील शर्मा, डीपीएम मंजीत कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी कुंवर सिह यादव, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, शासी निकाय के अधिकारी सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।