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सुविधाः लुहारली टोल प्लाजा पर जीरो फास्टैग व्यवस्था लागू

ग्रामीणों को आने व जाने में नहीं दिखाने होंगे आई कार्ड, कुछ लोग कर रहे इस व्यवस्था का विरोध

ग्रेटर नोएडा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित लुहारली टोल प्लाजा पर ग्रामीणों को बड़ी राहत मिली है। उन्हें अब आईडी नहीं दिखाना पड़ेगा। टोल प्लाजा के अंतर्गत के गांवों के निवासी जीरो फास्ट्रेक से बिना कोई शुल्क दिए यहां से गुजर सकेंगे। यहां पर लगने वाले ट्रैफिक जाम से भी लोगों को छुटकारा मिलेगा। ट्रैफिक जाम के कारण कई गांवों के निवासी आंदोलन भी कर चुके हैं।

टोल प्लाजा के दायरे में 42 गांव

गौरतलब है कि लुहारली टोल प्लाजा के दायरे सात किलोमीटर के दायरे में 42 गांव आते हैं। इन गांवों के लोगों को यहां से लोग अपना आईडी कार्ड दिखाकर ही बिना किसी शुल्क दिए निकल पाते थे। इसमें काफी समय बरबाद होता था। इस कारण यहां जाम लग जाता था।

प्रबंधन ने दी सुविधा

टोल प्लाज प्रबंधन ने जीरो फास्टैग बनाने की योजना शुरू की है। इससे ग्रामीणों को आईडी कार्ड नहीं दिखाना पड़ेगा और न ही अब जाम की स्थिति उत्पन्न होगी। प्रबंधन का कहना है कि टोल प्लाजा के दोनों ओर सात किलोमीटर के क्षेत्र में आने वाले ग्रामों की गाड़ियों पर निशुल्क जीरो फास्टैग लगाया जाएगा। इससे उन्हें अपना परिचय पत्र (आईडी कार्ड) नहीं दिखाना पडेगा। वे बिना रुके फास्टैग से बिना शुल्क दिए आ-जा सकेंगे।

निःशुल्क होगा फास्टैग

लुहारली टोल प्लाजा के प्रबंधन का कहना है कि यह फास्टैग पूरी तरह निःशुल्क होगा। यानि इसके लिए कोई शुल्क नहीं चुकाना पड़ेगा। इसके लिए किसी भी ग्रामीण से कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा।

कैंप लगाकर लगाए जा रहे फास्ट टैग

लुहारली टोल प्लाजा के प्रबंधक मुकेश कुमार बताते हैं कि टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले गांवों में कैंप लगाकर ग्रामीणों की गाड़ियों पर निःशुल्क फास्टैग लगाए जा रहे हैं।

कुछ लोग कर रहे विरोध

मुकेश कुमार ने बताया कि अधिकांश लोग गाड़ियों पर जीरो फास्टैग लगाने के पक्ष में हैं और अपनी गाड़ी रजिस्ट्रेशन और अपना आधार कार्ड दिखाकर लोग अपनी गाड़ियों पर जीरो फास्टैग लगवा रहे हैं लेकिन कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं। उनका विरोध इसलिए है ताकि वे यहां से फर्जी तरीके से गाड़ियों को निकलवा सकें। उनका कहना है कि उनके रिश्तेदार और जान पहचान के लोग यहां से उनकी आईडी दिखा कर निकल जाते हैं। लेकिन जीरो फास्ट टैग व्यवस्था पूरी तरह से लागू हो जाने से फर्जी तरीके से निकल रहे लोगों पर लगाम लगेगी।

फर्जीवाड़े पर लगेगी लगाम

उन्होंने बताया कि यहां से रोजाना पांच हजार से अधिक वाहन गुजरते हैं। इनसे टोल वसूला जाता है। टोल प्लाजा के दायरे में आने वाले ग्रामीणों की गाड़ियों से टोल नहीं वसूला जाता है। वह अपना आधार कार्ड दिखाकर यहां से निशुल्क निकल जाते हैं लेकिन बहुत से लोगों ने फर्जीवाड़ा करने के लिए फर्जी आधार कार्ड बनवा रखे हैं। जिसे दिखाकर वह यहां से निकलते हैं। उसी फर्जीवाड़े पर लगाम लगाने के लिए जीरो फास्टैग की व्यवस्था लागू की गई है।

 

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

Prahlad Verma

उत्तर प्रदेश के मऊनाथ भंजन के कोपागंज कस्बे में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा फैजाबाद (अब अयोध्या) से हासिल करने के बाद वर्ष 1982 से स्तंभकार के तौर पत्रकारिता की शुरुआत। पत्रकारीय यात्रा हिन्दी दैनिक जनमोर्चा से शुरू होकर, नये लोग, सान्ध्य दैनिक प्रतिदिन, स्वतंत्र चेतना, कुबेर टाइम्स, अमर उजाला और विभिन्न क्षेत्रीय और राष्ट्रीय अखबारों से होते हुए दैनिक जागरण पर जाकर रुकी। दैनिक जागरण से ही 15 जनवरी 2021 को सेवानिवृत्त। इसके बाद क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय स्तर के विभिन्न समाचार पत्रों में निर्वाध रूप से लेखन जारी। अब फेडरल भारत डिजीटल मीडिया में संपादक के रूप में द्वितीय दौर की पत्रकारिता का दौर जारी।

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