नोएडा में MBBS में दाखिला दिलाने वाले फर्जी गैंग का पर्दाफ़ाश, दो गिरफ्तार
MBBS में दाखिला दिलाने वाले फर्जी गैंग के दो लोगों को थाना सेक्टर 126 पुलिस ने गिरफ्तार किया। गुजरात, लखनऊ, राजस्थान, कानपुर आदि शहरों में एडमिशन के नाम पर लाखों रुपये ठगे।
नोएडा: नोएडा की थाना 126 पुलिस ने MBBS में दाखिला दिलाने वाले फर्जी गैंग का पर्दाफ़ाश करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी एडमिशन कराने के नाम पर 35 लाख की रकम लेते थे।
नोएडा पुलिस के मुताबिक़ पीड़ित ने 3 जनवरी को अपने साथ हुई जालसाजी के बारे में शिकायत करते हुए बताया था जालसाजों ने TRUTH ADVISORS CAREER कंसलटेंसी के नाम पर एक दफ्तर बनाया हुआ था जो सेक्टर 125 में एक टावर के अंदर था आरोपियों ने उससे BGS ग्लोवल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस बैंग्लूरु में MBBS के कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर कुल 13,98,000 रुपये लेकर फोन स्वीच ऑफ कर लिए और अपना कार्यालय बंद कर फरार हो गए है । इस गैंग का सरगना यश चौबे है, जिसने अपने कई नाम जय मेहता, यशवंत चौवे, य़श चतुर्वेदी भी रख रखे हैं। मास्टरमाइंड अभी फरार है। इस गैंग के गिरफ्तार सदस्य दीपक का नाम दीपेन्द्र भी है। इस गैंग द्वारा NEET की परीक्षा में असफल विधार्थियों की डिटेल नैट से निकालकर उनसे सम्पर्क कर उन्हें अपने ऑफिस में बुलाकर उनकी काउंसलिंग करते हैं तथा किसी MBBS कॉलेज में एडमिशन दिलाने का आश्वासन देकर उन्हें आश्वासन वाले कॉलेज के पास बुलाकर किसी होटल में वहाँ पहले से मौजूद अपने गैंग के अन्य सदस्य से मिलवाकर जिसे उस कॉलेज का प्रशासनिक अधिकारी बताकर एडमिशन कराने के नाम पर पैसों की डीलिंग कर पैसे ले लेते हैं। गैंग एक असफल छात्रों से सम्पर्क करने के लिए एक सिम का प्रयोग करते थे।गैंग अपने राज्य के कॉलेज में एडमिशन के नाम पर 30-35 लाख रुपये तथा अन्य राज्य में एडमिशन के नाम पर 20-25 लाख रुपये बसूलते थे। गैंग के सरगना द्वारा HDFC,YES BANK,ICICI BANK, SBI BANK,तथा INDUSIND BANK आदि बैंको में 13 खाते अपने व अपने सहयोगियों के नाम से संचालित होने का पता चला है, जिनमें से पुलिस द्वारा कुल 2,80 ,000 रुपये सीज कराये जा चुके हैं। गैंग 3-4 वर्षों से इस तरह की घटनायें कर रहा है। जो एक स्थान पर लगभग 1-2 माह संचालित होकर अपना ऑफिस बंद कर गायब हो जाता है। अभी तक दिल्ली के मालवीय नगर ,कानपुर, लखनऊ, नोएडा आदि शहरों में इनके ऑफिस खोलने का पता चला है।गुजरात, लखनऊ, राजस्थान, कानपुर आदि शहरो के NEET परीक्षा में असफल छात्रों से इनके द्वारा एडमिशन के नाम पर पैसे बसूलने की बात पता चली है।यह गैंग अपने ऑफिस में रिशेपसन पर 15 दिन या 1 माह से ज्यादा किसी कर्मचारी को नहीं रखते थे तथा कुछ की सैलरी दिये बिना ही ऑफिस खाली कर गायब हो जाते थे। आरोपियों के कब्जे से फर्जी हस्ताक्षर किए गए रेंट एग्रीमेंट, आठ आधार कार्ड ,9 नई सिम कार्ड , 4 चेक बुक, एक डेबिट कार्ड ,एक मोबाइल फोन बरामद हुआ है।