नोएडा में ब्रह्मकुमारी आश्रम के नाम पर करोड़ों की जमीन पर अवैध कब्जा, पीड़ित किसान मांग रहा इंसाफ
नोएडा (फेडरल भारत न्यूज) : गांव सोरखा में किसान की करोड़ों की जमान पर आश्रम के नाम पर अवैध कब्जा कर लिया गया। पीड़ित किसान इंसाफ के लिए दर-दर भटक रहा है, परंतु कहीं से मदद नहीं मिली है। इस बीच प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वकील ने नोएडा विकास प्राधिकरण को पत्र भेजकर स्पष्ट है कि संस्था को जमीन की खरीद से कोई संबंध नहीं है।
जमीन खरीदी 1000 गज, कब्जा किया 2200 गज पर
गांव सोरखा में किसान सुखप्रीत सिंह की जमीन है। यहां सेक्टर 48 के डी116 की बीके रिचा गर्ग, श्रीकांत और भीमसेन ने लगभग एक हजार गज जमीन प्रजापति ब्रह्मकुमारीज आश्रम के नाम खरीदी थी। आरोप है कि इन लोगों ने मिलकर किसानों की लगभग 2200 गज जमीन पर कब्जा कर लिया और उसे पर निर्माण कराकर प्रजापति ब्रह्मकुमारीज का बोर्ड भी लगा दिया।
ईश्वरीय विश्वविद्याल ने कहा, संस्था ने नहीं खरीदी जमीन
किसान की शिकायत पर नोएडा विकास प्राधिकरण ने 27 जुलाई को प्रजापति ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय (जिसे अब संस्था कहा जाता है) को नोटिस जारी करके जवाब मांगा। इस पर विश्वविद्याल(संस्था) की ओर से सुप्रीम कोर्ट के वकील गणेश खन्ना ने कहा कि बीके रिचा गर्ग ने जिस जमीन को खरीदा है, उसका संस्था से कोई संबंध नहीं है। जमीन संस्था की सहमति अथवा मंजूरी के बिना व्यक्तिगत आधार पर खरीदी गई है। इस पत्र का बाद स्पष्ट हो गया है कि जमीन से प्रजापति ब्रह्मकुमारीज का कोई संबंध नहीं है। अब सवाल उठा रहा है कि निर्माण स्थल पर किस आधार पर प्रजापति ब्रह्मकुमारीज आश्रम का बोर्ड लगाया गया है?
मुख्यमंत्री से की जाएगी शिकायत
पीड़ित किसान सुखप्रीत सिंह का कहना है कि जब संस्था की ओर से स्पष्टीकरण आ गया है फिर प्राधिकरण अधिकारी और पुलिस जमीन से अवैध कब्जा क्यों नहीं हटवा रहे हैं। उसका कहना है कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो इस मामले की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की जाएगी।