मुकदमे वापस करने की मांग को लेकर किसान उग्र, एडीसीपी ने समझाकर लौटाया
नोएडा : धरने प्रदर्शन के दौरान दर्ज़ मुकदमें वापस करने की मांग को लेकर सोमवार को किसान उग्र हो गए। किसान सेक्टर-5 के बरात घर में जमा हो गए और पुलिस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। किसानों के जमा होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों को समझाकर शांत कराया। नोएडा के एडीसीपी ने किसानों से सात दिन का समय माँगा है, सात दिन में मुकदमें वापस नहीं होने पर किसान आंदोलन की नयी रणनीति बनाएंगे।
सोमवार सुबह भारीइ संख्या में किसान भारतीय किसान परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखवीर खलीफा के नेतृत्व में सेक्टर-5 बारात घर पहुंच गए। किसानों ने वहां पहुंचकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों का आरोप था कि पुलिस ने किसानों पर दर्ज़ मुकदमें वापस लेने का वादा किया था लेकिन सात महीने बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। किसानों का कहना था कि जब तक मुकदमें वापस नहीं होंगे तब तक वह यहाँ से लौटेंगे नहीं। किसानों के यहाँ पहुँचने की खबर जैसे ही पुलिस को लगी, एडीसीपी रणविजय सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंच गया।
एडीसीपी के समझाने के बाद लौटे किसान
एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि किसानों से सात दिन का समय लिया गया है। जल्द उनकी समस्या का समाधान किया जायेगा। उधर किसान नेता राजेंद्र यादव ने फ़ेडरल भारत से बातचीत के दौरान बताया कि अगले सात दिन के भीतर अगर मुकदमें वापस नहीं हुए तो आगे आंदोलन पर विचार किया जायेगा।
किसानों पर हुई थीं कुल 10 एफआईआर
धरना प्रदर्शन के दौरान किसानों पर कुल 10 एफआईआर दर्ज़ हुई थीं। सात माह पहले दर्ज़ मुकदमें वापस करने की मांग को लेकर भले ही किसानों का आंदोलन सांकेतिक था लेकिन सोमवार को जब किसान वहां पहुंचे, तब भी जिले में धारा 144 लगी थी, ऐसे में किसान वहां कैसे पहुंचे। इसकी पुलिस जांच कर रही है।